घर में रखे विस्फोटक से जोरदार धमाका, दीवार गिरी, दो मासूम बाल-बाल बचे, पुलिस ने जांच शुरू की

बिजनौर जिले के नगीना थाना क्षेत्र के गांव असदुल्लापुर उर्फ गांवड़ी में हुए विस्फोट के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। इस घटना में घर की दीवार उड़कर पड़ोसी के आंगन में जा गिरी, लेकिन गनीमत रही कि वहां सो रहे दो मासूम बच्चे सुरक्षित बच गए। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है और घर में विस्फोटक सामग्री रखने को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।

सीओ नगीना का बयान, पुलिस जांच में जुटी

इस मामले पर नगीना के क्षेत्राधिकारी (सीओ) अंजनी कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि नगीना थाना क्षेत्र के गांव अब्दुल्लापुर कल्याण (असदुल्लापुर) से विस्फोट की सूचना मिली थी। स्थानीय पुलिस फायर ब्रिगेड की टीम के साथ मौके पर पहुंची और जांच में पाया कि एक कृषक परिवार ने जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए गंधक और पोटाश अपने घर में रखे थे, जिसमें अचानक विस्फोट हो गया और एक दीवार ढह गई।
सीओ ने बताया कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है और विधिक कार्रवाई की जाएगी

इस हादसे ने कई सवाल खड़े कर दिये हैं।

क्या घर में विस्फोटक रखना सुरक्षित है?
क्या बिना अनुमति इस तरह के विस्फोटक घर में रखे जा सकते हैं?

क्या परिवार को इसके खतरों की जानकारी थी?

अगर कोई बड़ा हादसा होता, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता?

क्या गांव के अन्य घरों में भी इस तरह का विस्फोटक रखा जा रहा है?

क्या होगी आगे की कार्रवाई?

विस्फोट के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही, प्रशासन को गांव में इस तरह के मामलों की जांच करनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो।

गांव में दहशत, जागरूकता जरूरी

इस घटना ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। लोग डरे हुए हैं कि उनके आसपास के घरों में भी इसी तरह विस्फोटक रखा हो सकता है। प्रशासन को न सिर्फ इस मामले में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए बल्कि ग्रामीणों को भी जागरूक करना चाहिए कि वे इस तरह के खतरनाक पदार्थों को घर में न रखें, जिससे भविष्य में किसी बड़े हादसे को रोका जा सके।<!--/data/user/0/com.samsung.android.app.notes/files/clipdata/clipdata_bodytext_250328_171852_449.sdocx-->