शनिवार शाम से थमा चुनाव प्रचार,बड़े बड़े हुए वादे,कौन लगाएगा जनता के दर्द पर मरहम,दिलचस्प हुआ लोक सभा का चुनाव

रायबरेली।जनपद में पांचवे चरण का प्रचार प्रसार शाम छःबजे से थम गया,जनपद में 20 मई को मतदाता अपना मत ईवीएम में बंद करेंगे,प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला चार जून को आएगा।अभी तक जनपद में चुनाव प्रचार अपने चरम पर था।प्रति दिन लगातार जनसभा,रैलियां हो रही थी।प्रतिदिन लगातार दिग्गजों का जमावड़ा जनपद हो रहा था।वीआईपी जनपद का दर्जा प्राप्त रायबरेली कांग्रेस का गढ़ माना जाता है।रायबरेली जनपद पूरे भारत में जाना जाता है।एक दौर था जब जनपद मे आईटीआई,पेपर मिल,एनटीपीसी परियोजना,रेलवे कोच जैसी फैक्ट्री लगाकर लोगो को रोजगार से जोड़ा गया था।ऐसे बहुत से विकास के द्वार कांग्रेस शासन काल में खुले,शिक्षा के लिए निफ्ट भी खुला,जहां पर उच्च शिक्षा हेतु छात्र छात्राओं को पढ़ने की व्यवस्था दी गई।वही अब वर्तमान समय में जनपद चारों तरफ एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है।वर्ष 2024 लोकसभा चुनाव का आगाज़ हुआ,सभी राजनैतिक दल अपना अपना दंभ भर रही है।एक तरफ भाजपा से जनपद में दिग्गजों का जमावड़ा लगा है और लगातार चुनावी जनसभा कर आम जनमानस को अपना संकल्प पत्र के साथ एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है।केंद्रीय गृह मंत्री सहित बड़ी बड़ी हस्तियां चुनावी जनसभा को संबोधित कर चुकी है।वही दूसरी तरफ कांग्रेस भी चुनावी मैदान में कमर कस कर लगातार जन सभाएं कर लोगों को गारंटी कार्ड के साथ आप संकल्प दे रही है।हालांकि की कांग्रेस से अध्यक्ष राहुल गांधी,महासचिव प्रियंका गांधी,पूर्व मुख्य मंत्री अखिलेश यादव,इमरान प्रताप गढ़ी सहित इंडी गठबंधन के ही कुछ विशेष हस्तियों ने जनपद में अपने वक्तव्यों से चुनावी चर्चाएं गर्म की है।वही कांग्रेस के विधान सभा ऊंचाहार में पूर्व विधायक कुंवर अजय पाल सिंह लोक सभा चुनाव में कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे है।बताते चले की पूर्व विधान सभा चुनाव में भाजपा को शिकस्त मिली और सपा की झोली में गई।उससे दो पंचवर्षीय पूर्व यहां विधान सभा की शीट कांग्रेस की झोली में गई और अरखा के कुंवर अजय पाल सिंह को मिली।इस बार और इससे पूर्व विधान सभा चुनाव में भाजपा ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है।दिग्गजों के मनचाशीन होकर कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने की जुगत में है।भाजपा अपने खेमे में बढ़त के लिए दिन प्रति दिन डोरे डाल रही और बढ़त बनाई है।दूसरी तरफ कांग्रेस भी अपनी बढ़त और जीत सुनिश्चित करने के दिनरात एक कर डोर टू डोर कैपेन चला रही है।अब अगर क्षेत्रीय लोगो की बातों पर गौर करें तो क्षेत्रीय मतदाता को केवल विकास और रोजगार की बात कर रहे है।लोगो का कहना है की भाजपा के द्वारा मंच से केवल कांग्रेस की ही बात ज्यादा हुई,ऐसा कोई जनसभा नही हुआ जहां कांग्रेस का नाम न लेकर केवल विकास और सिर्फ रोजगार के मुद्दे पर कुछ बोला गया हो।कुछ ने तो कांग्रेस के गारंटी कार्ड पर सवाल खड़े कर दिए।फिलहाल आम मतदाताओं का क्या रुख है,यह जानना बड़ा ही दिलचस्प होगा।वही इंडी गठबंधन को पूर्व विधान सभा प्रत्याशी अशोक मौर्य ने भी अपना समर्थन दे दिया है।जिससे रायबरेली का लोक सभा चुनाव लगातार दिलचस्प होता जा रहा है।हालांकि प्रत्याशियों का भाग्य समय के चक्र में बंधा है।आने वाला समय ही तय करेगा रायबरेली जनपद के विकास की गाथा को,किसे जनता अपना सांसद चुनती है,सभी प्रत्याशियों ने चुनावी जनसभा में जनपद की जनता से बड़े बड़े वादे किए है और जीतने के बाद वादों पर खरा उतरता है।यह समय के चक्र में समाहित है।गौर तलब हो कि बसपा प्रत्याशी सहित निर्दलीय उम्मीदवार भी है,जिनकी कहीं भी कोई चर्चाएं भी नही हो रही है।