गौवर्धन प्लांट से 30 किलोवाट बिजली का उत्पादन हुआ शुरू, गौवंशो के गोबर से रोशन हो रहे सरकारी दफ्तर, 46 लाख की लागत से तैयार हुआ बायोगैस प्लांट

हरदोई। गौशालाओ में संरक्षित किये गए गौवंशो के गोबर से बावन ब्लॉक में 30 किलोवाट बिजली का उत्पादन शुरू होने का दावा जिला प्रशासन कर रहा है। डीएम के मुताबिक अब सरकारी दफ्तरों को बिजली इस गौशाला से उपलब्ध कराई जा रही है। यही नही गौशाला में लगे बिजली मोटर को भी गौवंशो के पीने के लिए स्वच्छ जल उपलब्ध हो रहा है। डीएम ने बताया कि हरदोई में गोबर से बिजली उत्पादन का ये पहला प्लांट है जो सरकारी दफ्तरों में रोशनी बिखेर रहा है।

हरदोई के बावन ब्लॉक में गौवंशो के पशु आश्रय स्थल से निकलने वाले गोबर से बिजली उत्पादन हो रहा है। यहां पर 30 किलोवाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। फिलहाल आंगनवाड़ी केंद्र, पशु आश्रय स्थल, स्वयं सहायता समूह के दफ्तर को लाइट उपलब्ध करा दी गई है जो अब रोशनी से चमक रहे है।

पूरे मामले में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की गौवर्धन योजना के अंतर्गत बायोगैस प्लांट की स्थापना की गई है। इसकी लागत 46 लाख रूपये आई है। ये पशु आश्रय स्थल बावन में प्लांट लगा है। इससे परिषदीय विद्यालय, आंगनवाड़ी सेंटर,ऑफिस, बरात घर एवं स्वयं सहायता समूह तक रोशनी पहुंच रही है। करीब 30 किलोवाट पवार जनरेट हो रहा है।