इटैली ग्राम प्रधान के विकास की जांच करना अधिकारियों को लगता है नगावरा,पीड़ित ग्रामीण परेशान

ऊंचाहार,रायबरेली।लगातार भ्रष्टाचार के मामले में सुर्खियों में बना ग्राम सभा इटैली,लेकिन ब्लॉक कर्मचारी सहित विभागीय अधिकारियों की कुंभ कर्णी नींद नहीं खुली।सूत्रों पर यकीन करें तो इटैली ग्राम प्रधान ने पीड़ित और ग्रामीण चाहे जितनी खबर लगवाएं हम पर कोई फर्क नहीं पड़ता,ब्लॉक में अधिकारी और कर्मचारियों को पैसा फेंकते है।जांच तो दूर की बात कोई गांव की तरफ ,रुख भी नही करेगा,हमारे बसाए हुए साम्राज्य की तरफ आंख उठाकर देखना तो दूर की बात है।फिलहाल पूर्व में राजस्व ग्राम इटैली की प्रकाशित भ्रष्टाचार की खबर पर भू माफियाओं के खिलाफ ग्राम सभा में जमीनों की पैमाईश तो हुई,वहां मौजूद पीड़ित से स्पॉट मेमो पर कानूनगो और दो लेखपाल द्वारा दस्तखत करवा लिया गया,जबकि ग्रामीणों की मौजूदगी में हुई पैमाईश में प्रधान सहित प्रधान शुभ चिंतकों के घर तालाबों में निकले है,वही पीड़ित सहित अन्य ग्रामीणों को धमकी भी प्रधान द्वारा दी गई,जिसकी शिकायत पीड़ित ने ऊंचाहार कोतवाली में प्रार्थना पत्र देकर शिकायत भी किंतु सब पर सन्नाटा छा गया।फिलहाल जीरो टॉलरेंस की बात कहने वाले शासन में आज भ्रष्टाचार किस कदर व्याप्त है,जो देखने योग्य है।जबकि पीड़ित ने ग्राम सभा इटैली में कराए गए विकास कार्यों की जांच,जमीनों पर कब्जा,मनरेगा सहित कई शिकायती पत्र तहसील प्रशासन से लेकर जनपदीय अधिकारियों को दी,लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नही मिला।पीड़ित द्वारा मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की लेकिन सब कुछ शून्य हो गया,किसी जनपदीय अधिकारी ने ग्राम सभा में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच कराने की जहमत नही उठाई।फिलहाल गलत सही अधिकारियों की जांच से ही पता चलेगा कि प्रधान सही है या फिर पीड़ित ग्रामीण।जो सबसे बड़ा सवाल है।खास बात ये भी है कि जांच टीम प्रधान के करोखास से मिलते है जो प्रधान के गुणगान कर सके।अन्य पीड़ित से मिलना जांच टीम उचित भी नही समझती।जबकि शासन द्वारा बिना भेद भाव के लोगों को सुविधा मुहैया कराई जा रही है,लेकिन ग्राम प्रधान अपने घर से लेकर अपने खास सहित लगभग सात लोगों का मनरेगा फर्जी भुगतान लिया जा रहा है।जांच हो तो मनरेगा में वर्ष 2014 में मृतक के नाम पर मजदूरी भुगतान लिया जा चुका है,जबकि मृतक को पूर्व में दुर्घटना मुवाजा भी मिल चुका है।लेकिन आज भी मनरेगा के वर्तमान दस्तावेजों में प्रधान द्वारा जीवित है।