हापुड़ में पुलिस बर्बरता के विरोध में अधिवक्ताओं की हड़ताल जारी

कासगंज। हापुड़ में निहत्थे अधिवक्ताओं पर पुलिस कर्मियों द्वारा की गया बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश भर के अधिवक्ता 15 वें दिन भी हड़ताल पर रहे। इतने विरोध के बावजूद भी सरकार द्वारा दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, और ना ही हापुड़ कांड पर कोई प्रतिक्रिया दी गई है। हापुड़ पुलिस की इस बर्बरतापूर्ण कार्यवाही के विरोध में जनपद कासगंज के वकीलों द्वारा भी लगातार विरोध और हड़ताल जारी है।

बुधवार को भी हापुड़ की घटना के विरोध स्वरूप बार काउंसिल आफ उत्तर प्रदेश के आवाहन पर जनपद कासगंज के अधिवक्ताओं ने मुख्यमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी कासगंज को सौंप और बार काउंसिल के आवाहन पर ही न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं ने 12 बजे से 3 बजे तक शांतिपूर्वक धरना दिया। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता सत्येंद्र पाल सिंह बैस ने बताया कि सरकार दोषी पुलिस अधिकारियों एवं पुलिसकर्मियों को संरक्षण दे रही है, सरकार ने आज तक हापुड़ के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को भी नहीं हटाया है और न ही दोषी पुलिसकर्मियों के विरुद्ध संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत होने के बाद भी आज तक किसी पुलिसकर्मी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, जो अपने आप में साबित करता है की सरकार हापुड़ कांड के दोषियों को बचा रही है। उन्होंने बताया की जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती तक हमारा आंदोलन अनवरत चलता रहेगा। धरना प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने कहा कि प्रदेश भर में अधिवक्ताओं की बड़े लंबे अरसे से मांग रही है कि सरकार अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करे।

धरना देने वाले अधिवक्ताओं में रामभरोसे पाल, धर्मेश शर्मा, ओम प्रकाश सिंह, सत्यवीर सिंह, सत्येंद्र कुमार, प्रमोद कुमार, अयोध्या प्रसाद, अंकित कुमार, पीयूष, विकास, मानिकचंद गौतम, पंकज चतुर्वेदी, शादाब सैफी, योगेंद्र, दारा सिंह, संजीव, असीम, शशिकांत पचौरी, अमित सोलंकी, अंजुम राहत, संजय सोलंकी, निर्मल कुमार, मोहम्मद अयाज, नरेश शर्मा आदि शामिल रहे।