या हुसैन की सदाओं संग कर्बला में दफन हुआ ताजिया

बिलग्राम कस्बे के मोहल्ला रफैयत गंज में दसवीं मोहर्रम को मो रजा के नाम से ताजिया जुलूस बड़ी अकीदत और एहतराम के के साथ परंपरागत रास्तों से होते हुए मोहल्ले के कब्रिस्तान / कर्बला पहुंचा जहां लोगों ने नम आंखों से ताजिया को दफन किया।हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद दिलाने वाले मोहर्रम पर गमगीन माहौल में ताजिया दफन किया गया। इस मौके पर लोगों ने शर्बत पर फातिहा की और कुरान मजीद पढ़कर ईसाले सवाब भी किया। कस्बे के अनेक मोहल्लों में ताजिए रखकर अकीदतमंदों ने हजरत इमाम हुसैन के नाम पर मजलिसों का आयोजन किया। जब कर्बला की तरफ जुलूस रवाना हुआ तो पूरा शहर या हुसैन की सदाओं से गूंज गया। कस्बे में मोहर्रम के मौके पर पूरा माहौल गमगीन दिखाई दिया। नौ मोहर्रम की रात से ही ताजिए चौरहा पर रख दिए गए थे। सुबह तक हजरत इमाम हुसैन की याद में मजलिसों का सिलसिला जारी रहा। इस मौकेपर अमीर हसन, फिरदौस, राशिद अंसारी, शानू, राजपाल सभासद, डॉक्टर अनीस, हाफिज रियाज, आलीशान तमाम लोग मौजूद रहे।