आरा समाहरणालय, के समक्ष हुआ बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा ( BSSM )  का विशाल धरना-प्रदर्शन

आरा - बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक नियमावली - 2023 में संशोधन कर स्थानीय निकाय द्वारा नियुक्त नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दो, बिहार सरकार बिहार के शिक्षकों को ठगना बंद करो* बिहार के नियोजित शिक्षकों के हक एवं अधिकार में हकमारी एवं सेंधमारी करना बंद करो आदि गगनभेदी नारे एवं हाथ में लाल झंडा लिए, *बिहार सरकार होश में आओ, हमारी मांगे जायज हैं* नारों के साथ शहर के पश्चिमी रमना मैदान बंदोबस्त कार्यालय से आंबेडकर मूर्ति, सिविल कोर्ट, आरा नगरपालिका, एसपी कार्यालय होते हुए शिक्षकों का जन सैलाव के साथ प्रदर्शन बंदोबस्त कार्यालय पहुंचकर धरना में तब्दील हो गया। धरना -प्रदर्शन का नेतृत्व बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा ( BSSM ) भोजपुर के संरक्षक एवं अगिआंव के माननीय विधायक और जुझारू साथी कॉमरेड मनोज मंज़िल ने किया।

धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा ( BSSM ) के अध्यक्ष मंडल के कृष्ण सिंह'विमल', जय प्रकाश, अजय कुमार, केदारनाथ सिंह,एवं संचालन सचिव मंडल के सुबास चंद्र बसु, शिव कुमार प्रसाद, कुंदन कुमार सिंह, धर्म कुमार राम, अंजु कुमारी ने किया। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जगदीशपुर प्रखंड अध्यक्ष मंडल के युवा तुर्क शिक्षक, मनीष कुमार, राष्ट्रीय महिला शिक्षक मोर्चा ( NFWT ) की किरण भारती, अनामिका कुमारी, प्रतिमा उपाध्याय, अंजु कुमारी ने कहा कि बिहार सरकार नियोजित शिक्षकों के साथ विश्वासघात कर बिहार की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करना चाहती है। कृष्ण सिंह'विमल' ने कहा कि जब तक बिहार सरकार नई शिक्षक नियमावली - 2023 में संशोधन नहीं करती है तब तक हमारा आंदोलन अनवरत जारी रहेगा। सुभाष चंद्र बसु , धर्म कुमार राम ने कहा कि सरकार बिहार के शिक्षकों को ही नहीं बल्कि पूरे बिहार के छात्र - छात्राओं के साथ बिहार वासियों को भी धोखा दे रही है क्योंकि यदि शिक्षक अपने हक और अधिकार के लिए सड़कों पर होंगे तो बच्चों की शिक्षा पर इसका सीधे असर पड़ेगा। धरना को संबोधित करते हुए अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, गोपगुट के राज्य सचिव सह जिला सचिव, उमेश कुमार सुमन एवम aisa के कॉमरेड सब्बीर ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री घुमकर बताते चल रहे हैं कि हम नियोजित शिक्षकों का वेतन बढ़ायेंगे जो हास्यास्पद और बेबुनियाद है। शिक्षक कोई सरकार से भीख नहीं मांग रहे हैं बल्कि सरकार द्वारा लाई गई नई नियमावली - 2023 की खामियों को दूर कर शिक्षकों को बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं जो चिरप्रतीक्षित और जायज मांग है। लोकसभा के पूर्व प्रत्याशी रहे राजू यादव ने धरना के माध्यम से शिक्षकों की मांग का पूरी तरह से समर्थन किया।

धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार शिक्षक संघर्ष मोर्चा ( BSSM ) भोजपुर के संरक्षक व अगिआंव विधायक मनोज मंज़िल ने कहा कि शिक्षकों का संघर्ष हर तरह से जायज है। आगे उन्होंने कहा कि सरकार बीपीएससी से शिक्षकों की नियुक्ति करे इसपर कोई एतराज़ नहीं है परन्तु पूर्व के नियोजित शिक्षकों से दक्षता, सीटेट, बीटेट, एस्टेट जैसी परीक्षा लेने के बाद ही उन्हें नियुक्त की है तो पुनः उनकी परीक्षा लेकर राज्यकर्मी का दर्जा देने की बात करना उन शिक्षकों के साथ घोर अन्याय है।
धरना कार्यक्रम को शिक्षक वेद प्रकाश सामवेदी, मनोज कुमार किरण, देवकुमार सिंह , डॉक्टर मनोज कुमार गुप्ता , सत्येंद्र कुमार सिंह , ओमप्रकाश पाठक ,कमलेश कुमार, अवधेश पासवान, कुमारी गीता, पुष्पा कुमारी, राधा कुमारी, केदारनाथ तिवारी, चुन्नी कुमारी चंचला मुक्ति नाथ दुबे, सुरेन्द्र कुमार सिंह, निर्भय कुमार, अरविंद कुमार, संजय कुमार एवं राज्य सचिव कमलेश कुमार ने कहा कि सरकार यदि समय रहते बिना शर्त शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा नहीं देती है तो हम सड़क से लेकर सदन तक पूरजोर तरीके से अपने आंदोलन को ले जाने का कार्य करेंगे।
मौके पर अंजनी कुमारी, आशा कुमारी, राधा कुमारी, अरविंद कुमार, मंटु कुमार, तनवीर अली, अभय कुमार, रमेश कुमार राम, सुनील कुमार, जमालुद्दीन, अविनाश द्विवेदी, अरुण कुमार वर्मा, विनीत कुमार श्रीवास्तव , सत्य नारायण प्रसाद, नीतेश कुमार सिंह, अलख निरंजन, कुमार मणि भास्कर, ज्योति प्रकाश सहित सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाओं की उपस्थिति रही।