डेढ़ महीने से नहीं बन रहा मध्यान भोजन,बच्चे रहते हैं भूखे

इटियाथोक,गोंडा।परिषदीय विद्यालयों में मिड-डे-मील योजना की स्थिति बदहाल है।आलम यह है,कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मिड-डे-मील कहीं पर उधार चल रही है,तो कहीं शिक्षकों को अपनी सैलरी खर्च कर बच्चों का भोजन बनवाना पड़ रहा है।जहां उधार चल रहा है,वहां और भी परेशानी है।राशन की खरीद के लिए शिक्षकों को दुकानदारों की खरी-खोटी भी सुननी पड़ रही है।ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का हाल और भी खराब है।

डेढ़ महीने से नहीं बन रहा मध्यान भोजन

इटियाथोक शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बिशनपुर संगम के प्रधानाध्यापक मोहम्मद हमीद अंसारी ने बताया,कि विद्यालय में 140 बच्चे पंजीकृत हैं।मंगलवार को 79 छात्र उपस्थित रहे।उन्होंने परेशानी बताते हुए कहा,कि संबंधित कोटेदार द्वारा राशन न दिए जाने से डेढ़ माह से मध्याह्न भोजन नहीं बन रहा है।बाजार से खाद्यान्न सामग्री खरीदने और उसे पकाने की समस्या उत्पन्न होने लगी है।दुकानदार भी उधारी चुकता ना करने की दशा में अब राशन देने से कतरा रहे हैं।

जिम्मेदार के बोल

बीईओ उपेंद्र त्रिपाठी का कहना है,कि मामले को दिखवा रहे हैं।