ग्रामीण इलाकों में खसरा ने पसारे पांव, जिम्मेदार बेखबर

गोंडा। इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र के गांव तेलियानी व दौदापुर में इन दिनों खसरा बीमारी तेजी से पांव पसार रही है।संक्रमितों की बढ़ती संख्या से जहां टीकाकरण पर सवाल उठ रहे हैं।वहीं विभाग के अधिकारी सब कुछ जानकर भी अनजान बने हुए हैं।आंकड़ों पर गौर करें तो, नियमित टीकाकरण के दौरान 90 प्रतिशत से ज्यादा लक्ष्य प्राप्त करने का दावा किया गया था।अब खसरा पीड़ित बच्चों के मिलने से सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं।क्यों कि टीकाकरण होने से खसरा पीड़ित बच्चे नहीं मिलते।दौदापुर गांव के विजय,सुकई व बजरंगी ने बताया, खसरा बीमारी ने परिवार के बच्चों को अपनी गिरफ्त में ले लिया है।इनका निजी चिकित्सक से इलाज कराया जा रहा है।

ऐसे करें खसरे से बचाव

इटियाथोक सीएचसी के अधीक्षक डॉ. सुनील पासवान का कहना है कि बदलते मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है। इससे बच्चों में तेज बुखार होने पर खसरा रोग उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लेता है।

इसलिए खसरा से बचाव के लिए रात में बच्चों को मच्छरदानी में सुलाएं, आबादी में नियमित तौर पर फॉगिंग हो, पीड़ित बच्चों को अधिक से अधिक और साफ सुथरा पानी पिलाएं, बच्चों को साफ सुथरे कपड़े पहनाएं, सड़े-कटे फल और बासी खाना न खिलाएं, बुखार और खसरा के लक्षण सामने आते ही बच्चे को चिकित्सक के पास ले जाएं।सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर सुनील पासवान ने बताया, कि मामले को दिखवा रहे हैं।