देर से आते हैं मास्टर जी, बच्चे करते हैं गेट खुलने का इंतजार

गोंडा।इटियाथोक शिक्षा क्षेत्र में 158 प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय संचालित हैं।सरकारी स्कूलों में व्यवस्था सुधार के लिए सरकार की ओर से तमाम प्रयास हो रहे हैं।जिसका असर भी काफी स्कूलों में दिख रहा है लेकिन कई शिक्षक अपनी कार्यप्रणाली से शिक्षा विभाग के अच्छे कार्यों में दाग लगा रहे हैं। शासन की ओर से स्कूलों का समय सुबह नौ से दोपहर तीन बजे निर्धारित है।शुक्रवार को सिटी अपडेट ऐप की टीम सुबह नौ बजकर 42 मिनट पर प्राथमिक विद्यालय बेलवा बहुता पहुंची तो मुख्य द्वार पर ताला लगा मिला।यहां बच्चे विद्यालय का ताला खुलने के इंतजार में बाहर ही खड़े मिले।आरोप है, स्कूल में आए दिन अध्यापक के न आने या फिर देरी से आने को लेकर बच्चों को स्कूल के बाहर ही खड़े रहना पड़ता है।गेट पर खड़े बच्चों ने बताया कि अध्यापक देरी से आते हैं।प्रधानाध्यापक देव प्रभाकर पांडे का कहना है, विद्यालय में तीन सहायक अध्यापक व एक शिक्षामित्र की तैनाती है।कुल नामांकित बच्चे 181 हैं। मुख्य गेट के ताला की चाबी खो जाने के कारण, विद्यालय खुलने में देरी हुई।वहीं प्रधान प्रतिनिधि ध्रुव नारायण शुक्ल ने बताया,कि स्कूल में कायाकल्प का काम हो रहा है। स्कूली बच्चे और काम करने वाले मजदूर बाहर खड़े गुरुजनों का इंतजार कर रहे थे। 10 बजे तक कोई शिक्षक विद्यालय में नहीं आया,तो मेन गेट का ताला तोड़ना पड़ा। बीईओ उपेंद्र त्रिपाठी का कहना है, कि मामले को दिखवा रहे हैं।