पुलिस ने पत्रकार पर बिना जांच के दर्ज किया मुकदमा पीड़ित पत्रकार ने उच्चअधिकारियों से लगाई न्याय की गुहार

लखीमपुर-खीरी।निजी अस्पताल द्वारा अपशिष्ट पदार्थो को खुलेआम रास्ते की नालियों में बहाए जाने के सम्बन्ध में पीड़ित की पत्नी और मोहल्ले के लोगों की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और उल्टा पीड़ित पत्रकार पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया इससे परेशान होकर पत्रकार राम शंकर पांडे उर्फ रवि पांडे पुत्र रामखेलावन पांडे निवासी ग्राम पंचायत सलेमपुर कोन मोहल्ला गोविंद नगर कालोनी कोतवाली सदर लखीमपुर खीरी के द्वारा पुलिस अधीक्षक खीरी से मिलकर शिकायती प्रार्थना पत्र दिया है और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।पीड़ित पत्रकार ने बताया है कि उसके पड़ोस की गली में शुभ आदर्श हॉस्पिटल चल रहा है जिसके संचालक डॉक्टर अमित वर्मा पुत्र रमाकांत वर्मा निवासी शाहपुरा कोठी कोतवाली सदर के हैं।गली में हमेशा अस्पताल द्वारा गंदगी फैलाई जाती है एवं खून व अन्य अपशिष्ट पदार्थों को खुले में बहाया जाता है और नालियों में पट्टी बोतल इत्यादि सामान खुलेआम डाला जा रहा था जिसमें मोहल्ले के काफी लोग बीमार हो चुके हैं इस संबंध में अस्पताल संचालक को काफी बार मोहल्ले के लोगों द्वारा बताया गया की गंदगी ना फैलाएं लेकिन उन्होंने किसी की बात नहीं सुनी,इसी बात को लेकर पीड़ित ने अमर भारती हिंदी दैनिक समाचार पत्र में खबर प्रकाशन कर दी और अन्य भी समाचार पत्रों में खबर का प्रकाशन हुआ जिसके बाद डॉक्टर अमित वर्मा पीड़ित के साथ रंजिश मानने लगे और 3 जनवरी 2023 की शाम को डॉक्टर अमित वर्मा ने रवि पांडे को फोन करके अभद्र गलियां दी और गली में बुलाया,फोन पर दी गई धमकी की ऑडियो पीडित के पास मौजूद है।इसके बाद पीड़ित ने बताया कि घर पर करीब 15 से 20 लोग आकर गंदी गंदी गालियां देने लगे और जब मैं बाहर निकला तो मुझे मारने लगे,शोर सुनकर मेरी पत्नी मुझे बचाने लगी तो उसको भी मारने लगे।किसी तरह मैं घर के अंदर गया और बच्चों के खिलौने वाला तमंचा रखा था उसे दिखाया तो वह लोग गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी देकर चले गए जिसकी सीसीटीवी फुटेज मौजूद है।पीड़ित का कहना है कि पैरो में काफी चोट आई जिसके करण मैं कोतवाली नहीं पहुंच सका लेकिन घटना के बाद मेरी पत्नी पूनम पांडे सहित मोहल्ले के लोगों द्वारा कोतवाली सदर में ऊपरोक्त विपक्षियों के खिलाफ शिकायत की किन्तु शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई और अस्पताल के मालिक द्वारा दी गई शिकायत पर बिना जांच के पीड़ित के उपर उल्टा मुकदमा दर्ज कर दिया गया।पीड़ित ने ऊपरोक्त मामले का संज्ञान लेकर निष्पक्ष जांच करवाने की मांग पुलिस अधीक्षक से की है और अस्पताल संचालक के द्वारा बहाए जा रहे अपशिष्ट व गंदगी युक्त पानी के खिलाफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कार्यवाही कराने की मांग की है।

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Sandeep Shakya | Jan 06, 2023

Bad khaber