वाल्मीकि नगर में महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा लगेगी शीघ्र, बैठक में लिया गया निर्णय

वाल्मीकि नगर से अभिमन्यु कुमार गुप्ता की रिपोर्ट।

महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा शीघ्र ही प्रदेश सरकार वाल्मीकि नगर में लगाएगी।

यह जानकारी देते हुए सारण स्नातक क्षेत्र के विधान पार्षद वीरेंद्र नारायण यादव के प्रतिनिधि योगेंद्र सिंह ने बताया कि प्रदेश की नीतीश सरकार वाल्मीकि नगर क्षेत्र वासियों की वर्षों पुरानी आकांक्षा को साकार करना चाहती है। ये बातें टाइगर रिजर्व स्थित कालेश्वर महादेव मंदिर परिसर में आयोजित बुद्धिजीवियों को संबोधित करने के क्रम में उन्होंने कहीं।

बताते चलें कि वाल्मीकि नगर पर्यटक क्षेत्र के रूप में विकसित होने के बावजूद यहां महर्षि वाल्मीकि की प्रतिमा की कमी खल रही थी। योगेंद्र सिंह ने आगे कहा कि वाल्मीकि की तपोभूमि पर 88 हजार ऋषि-मुनियों ने त्रेतायुग में यज्ञ किया था। परित्यक्ता सीता माता का आश्रम स्थल वाल्मीकि आश्रम यहां से कुछ ही दूरी पर स्थित है।

प्रदेश सरकार कालेश्वर महादेव मंदिर के विकास के लिए वचनबद्ध है। मंदिर की पवित्रता के लिए यहां शौचालय निर्माण कराया जाएगा। केयरटेकर एवं स्वास्थ्य कर्मी की बहाली की जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि आगामी 21 जनवरी को लगने वाले मौनी अमावस्या मेले से पूर्व सरकार से सहमति लेकर प्रतिमा स्थापित करा दी जाएगी।

प्रतिमा की स्थापना के लिए दो स्थान चिन्हित किए गए हैं। एक तो कोलेश्वर मंदिर के बगल में। दूसरे भूकंप ऑफिस के बगल में। इनमें से किसी ना किसी स्थान पर सहमति तैयार कर ली जाएगी। आज रविवार की दोपहर हुई इस बैठक की अध्यक्षता सेवा निवृत्त प्रधानाध्यापक पारसनाथ तिवारी ने की।

इस अवसर पर वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के रेंजर अवधेश कुमार सिंह, डॉ संजय कुमार सिंह आयुष, लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत के उप मुखिया छठु दास, चंदन जयसवाल, बैद्यनाथ उरांव, अमर कुशवाहा, सोनू कुमार, अनिल कुमार ठाकुर, अभिषेक कुमार, विनोद कुमार, वीरेंद्र कुमार मुंडा, दिनेश महतो आदि उपस्थित रहे।