वर्दीधारी रक्षक बने भक्षक, ग्राम वासियों में पुलिस के खिलाफ रोष

मामला साहब नगर चौकी थाना मोदीनगर से जुड़ा हुआ है जिसमें ग्राम पंचायत सीकरी कला के व्यापारी नीरज कुमार शर्मा व उनके कर्मचारी बुद्धन सिंह को सहाब नगर पुलिस चौकी इंचार्ज राजकुमार कुशवाहा, मुख्य आरक्षी विमल कुमार शर्मा, कांस्टेबल रविंद्र ठाकुर व कांस्टेबल धर्मेंद्र चौधरी के द्वारा रात्रि में नीरज कुमार शर्मा को बिना किसी वजह है के इतना पीटा गया की उनके कान के पर्दों में गहरी चोटें आई हैं। आपको अवगत कराते चलें नीरज कुमार शर्मा मीडिया से जुड़े व्यापारी हैं वह रात्रि में अपने कर्मचारी को खाना खिलाने के लिए फूड प्लाजा होटल पहुंचे थे फूड प्लाजा होटल सहाब नगर पुलिस चौकी से मिला हुआ है चौकी इंचार्ज राजकुमार कुशवाहा वह मुख्य आरक्षी विमल कुमार शर्मा वहां पर पहुंचे और व्यापारी की गाड़ी की चाबी छीनने लगे जब उन्होंने चाबी छीनने का कारण पूछा तो विमल कुमार शर्मा व राजकुमार कुशवाहा के द्वारा उनको पीटना शुरू कर दिया जब तक व्यापारी नीरज कुमार शर्मा कुछ समझ पाते वहां पर पहुंची पीसीआर की गाड़ियों से आए सिपाही भी व्यापारी को पीटने लगे तथा बिना किसी वजह के थाने ले जाने की जिद करने लगे व्यापारी को जबरदस्ती थाने ले जाया गया तथा थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया जिससे उनके कान के पर्दों में गहरी चोटें हैं तथा शरीर के बाकी हिस्सों में भी गहरी चोटें आई हैं सुबह व्यापारी को एक एक लाख के दो जमानती पर छोड़ा गया जब इसकी जानकारी ग्राम पंचायत सीकरी कला के निवासियों को लगी तो ग्राम वासियों में पुलिस के खिलाफ रोष उत्पन्न हो गया तथा ग्राम वासियों ने पुलिस चौकी का घेराव किया तथा चौकी इंचार्ज राजकुमार कुशवाहा व हेड कांस्टेबल विमल कुमार शर्मा व उनके सभी साथियों को सस्पेंड कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए चौकी के सामने ही धरने पर बैठ गए। आनन-फानन में एसएचओ संजीव कुमार मौके पर पहुंचे तथा मामले को रफा दफा करने की कोशिश की किंतु ग्रामवासियों के दबाव के चलते एसपी देहात को मौके पर आना पड़ा तथा तत्काल चौकी इंचार्ज राजकुमार कुशवाहा मुख्य आरक्षी विमल कुमार शर्मा को लाइन हाजिर किया। ग्रामवासी एसपी देहात के इस फैसले से खुश नहीं है। उधर व्यापारी नीरज कुमार शर्मा का मोदीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक परिक्षण कराया डॉक्टर ने गंभीर चोट को देखते हुए व्यापारी को गाजियाबाद रेफर कर दिया। गाजियाबाद में विशेष चिकित्सक ना होने की वजह से व्यापारी को मेरठ कॉलेज मेरठ रात्रि में ही रेफर किया गया। रिपोर्ट पंडित विजय वशिष्ठ आरटीआई कार्यकर्ता