आश्रम पद्धति विद्यालय की छात्राओं को जिलाधिकारी ने परोसा भोजन,व्यवस्थाओं पर जतायी नाराज़गी, अनुपस्थित शिक्षकों व कार्मिकों का वेतन बाधित,भोजन की गुणवत्ता में सुधार लाने के दिये निर्देश

बहराइच। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय बभनी रिसिया में आवासित बालिकाओं के पठन-पाठन, भवन, कक्ष-कक्षों, छात्रावास तथा परिसर इत्यादि की साफ-सफाई, मेस इत्यादि व्यवस्थाओं का जायज़ा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने अपरान्ह लगभग 01ः00 बजे विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय कनिष्ठ लिपिक विनोद के अतिरिक्त गार्ड श्रीमती मीना, श्रीमती जय कोरा धोबी, सफाई कर्मी गीता देवी व रिंकू, पलम्बर निसार हुसैन उपस्थित पाये गये। निरीक्षण के समय मौके पर मौजूद कनिष्ठ लिपिक विनोद ने बताया कि दोपहर के भोजन का समय मध्यान्ह 12ः00 बजे से अपरान्ह 12ः40 बजे तक है। परन्तु अपरान्ह 01ः00 बजे तक मेस नहीं खुला था और न ही सर्विस स्टार्ट हुई थी।
भोजन में देरी के कारणों का जायज़ा लेने के लिए जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने जब रसोई का निरीक्षण किया तो साफ-सफाई तथा अन्य व्यवस्थाएं संतोष नहीं पायी गयीं। भोजन की बाबत पता करने पर ज्ञात हुआ कि निर्धारित मीनू के अनुसार बालिकाओं के लिए मटर पनीर की सब्ज़ी, पूड़ी, पापड़, चावल तथा खीर लगभग तैयार है। इसके उपरान्त डीएम ने तत्काल मेस खुलवाकर बच्चों को अपने हाथों से भोजन परोसा। इस दौरान डीएम ने बच्चों से रू-ब-रू होते हुए उनकी शिक्षा-दीक्षा, हास्टल की व्यवस्थाओं इत्यादि के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। सब्ज़ी में पनीर की मात्रा कम पाये जाने तथा भोजन के साथ सलाद सर्व न करने पर डीएम ने नाराज़गी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि बच्चियों को खाने में सलाद अनिवार्य रूप से परोसा जाय।
रविवार अवकाश का दिन होने के कारण निरीक्षण के समय कोई भी शिक्षक उपस्थित नहीं पाया गया। यहॉ तक वार्डेन कल्पना सैनी, फार्मासिस्ट आलोक कुमार तिवारी, सफाई कर्मी श्रीमती सावित्री देवी व रीना देवी तथा अवकाश का दिन होने के कारण दिन के समय देखभाल हेतु जिम्मेदार प्रधानाचार्य डॉ. संदीप त्रिपाठी तथा सांयकाल के लिए जिम्मेदार उप प्रधानाचार्य डॉ. अरूण कुमार मिश्र भी विद्यालय में मौजूद नहीं थे। डीएम डॉ. चन्द्र ने इस स्थिति का कड़ा संज्ञान लेते हुए बालिकाओं को खाना परोसने में विलम्ब के लिए जिम्मेदार संस्था नव प्रयास का आज का भुगतान बाधित करने तथा अनुपस्थित पाये गये प्रधानाचार्य, सहायक प्रधानाचार्य, वार्डेन ताा अन्य कार्मिकों को कारण बताओं नोटिस जारी करने तथा वेतन बाधित करने का निर्देश जिला समाज कल्याण अधिकारी को दिया है।