सीएम ने गुरुग्राम बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता को किया सस्पेंड

सीएम ने गुरुग्राम बिजली विभाग के कार्यकारी अभियंता को किया सस्पेंड
-गुरुग्राम में कष्ट निवारण समिति में पहुंचा था मामला
-मुख्यमंत्री खुद हैं गुरुग्राम में समिति के अध्यक्ष

रिपोर्टर योगेश

गुरुग्राम। बागवानी किसान की समस्या पर गौर नहीं करने और उसके बाग को क्षति पहुंचाने के मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के कार्यकारी अभियंता को निलंबित करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री गुरुवार को जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
गुरुग्राम के सिविल लाइन स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद् भवन में आयोजित इस बैठक में कुल 11 शिकायतें रखी गई थी, जिनमें से अधिकतर का मुख्यमंत्री द्वारा मौके पर ही निपटारा कर दिया गया। बैठक में जिला के फर्रूखनगर तहसील के गांव बाबरा बाकीपुर के बागवानी किसान की भी शिकायत शामिल थी। इस मामले में शिकायतकर्ता का कहना था कि बिजली निगम ने 220 केवी बड़ी लाइन लगाने के लिए उसके बाग में बड़े-बड़े गड्डे कर दिए और उसके बाग को उजाड़ दिया। उसे इसके लिए कोई नोटिस आदि नहीं दिया गया और ना ही उसकी संतुष्टि की गई। उसने बताया कि इस बड़ी लाइन के लिए वह बाग में बने अपने मकान को भी तोडऩे को तैयार था, लेकिन निगम अधिकारियों ने उसकी एक नहीं सुनी और बाग में एल के आकार में गड्डे खोद दिए। बिजली निगम के कार्यकारी अभियंता से जब मुख्यमंत्री ने इस पर जवाब तलब किया तो उसे कुछ पता ही नहीं था। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों को जब शिकायत मिली तो उन्हें इस पर गौर करते हुए इसकी तह तक जाकर इसका समाधान करने का प्रयास करना चाहिए था, जो उन्होंने नहीं किया। एचवीपीएनएल के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि उक्त किसान को 3 लाख 89 हजार रुपये का मुआवजा दिया गया है। जिस पर शिकायतकर्ता ने कहा कि यह तो उसके नुकसान का चौथाई हिस्सा ही है।