यह कैसी सफलता अब तो पीडीएस चावल की अवैध खरीदी बिक्री से जुड़े मसले की हो गई पुष्टि भी............

तेलाईकछार से करीब पीडीएस का करीब 21.70 क्विंटल चावल अवैध परिवहन के दरम्यान वाहन सहित हुआ जप्त.......

सूरजपुर 21 मई (विक्की तिवारी)। वन नेशन वन कार्ड की स्कीम लागू कर शासन का उद्देश्य पात्र हितग्राहियों को रियायती दरों पर पीडीएस के तहत राशन उपलब्ध कराने की मंशा के अलावा पीडीएस के तहत वितरित राशन की खुले बाजार में खरीद बिक्री प्रतिबंधित करनें के वावजूद लंबे अरसे से पीडीएस चावल खुले बाजार में बिक्री होने का मसला पूर्व में समाचारों की सुर्खियों में शामिल होने पर जिले का खाद्य विभाग एक दफा शहर में कुछ दुकानों में कोरमपूर्ती करनें वाली पड़ताल करने पर भी चावल की जप्ती होने के बाद भी मामले पर गंभीरता से लेने की जगह खामोश मुद्रा में लीन रहा लेकिन बीते कुछ दिनों के अंतराल में नव पदस्थ सूरजपुर कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के सख्त रूख होने पर खुद को सक्रिय पेश करने की कवायद कहे या अचानक से जिले में पीडीएस चावल बिक्री फिर से शुरू होने पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल मौके पर पहुंच कर चावल व वाहन जप्त करनें के साथ ही खरीदार से पीडीएस का राशन होने की हामी भरवाकर मामला आनन फानन में दर्ज कर सफलता के दावे खाद्य विभाग के द्वारा पेश करने से अचरज जनचर्चा में व्याप्त है।बहरहाल शुक्रवार को ग्राम पंचायत तेलाईकक्षार सें एक छोटे माल वाहक वाहन से करीब 40 बोरी वजन करीब 21.70 क्विंटल बाजार मूल्य 45570 रुपये का जप्त वाहन चालक शिवशंकर राजवाड़े तथा गल्ला व्यापारी मामन कुमार अग्रवाल निवासी जयनगर से पूछताछ उपरांत वाहन के साथ जप्त किया है।वहीं दूसरी तरफ रियायती दर पर पीडीएस चावल की खरीदी बिक्री जिले में धड़ल्ले से चलने की शिकायत लंबे अरसे से होने के वावजूद सफलता के दावे करनें वालें विभाग की निगरानी में करीब 21क्विंटल चावल मात्र एक व्यपारी के पास से वह भी परिवहन करनें के दरम्यान जप्त होना और खुद सफलता के दावे में व्यपारी जिससे चावल जप्ती किया गया है।उसके द्वारा पीडीएस का चावल खरीदने की बातें अधिकृत तौर पर जिक्र करनें से सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिले में कितने बड़े स्तर पर पीडीएस का चावल हितग्राही उपयोग करने की जगह आखिर क्यों बिक्री कर रहा है, इसके अलावा खरीदी बिक्री प्रतिबंधित होने के वावजूद भी व्यपारियो द्वारा पहले फूटकर स्तर पर खरीदारी करने के बाद चावल इकट्ठा होने पर छोटे माल वाहक वाहनों के माध्यम से बड़े व्यपारियो के पास बिक्री करनें हेतू चावल लोडकर सीधे कभी सुरक्षित गोदामों में तो कभी राइस मिलर्स के गोदाम में वापस चावल भंडारण होने के बाद कस्टम मिलिंग के लिए सहकारी समितियों सें डीओ सेटिंग कर धान कागजों में मिलर्स के पास पहुंचने के उपरांत इसी चावल को वापस कस्टम मिलिंग के तहत वेयरहाउस, नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों में जमा कर दोहरा लाभ उठाने का खेल लंबे अरसे से संचालित होने के साथ ही कस्टम मिलिंग के दरम्यान उठाव के बाद धान का स्टाक से जुड़ा सत्यापन मिलर्स के यहां जवाबदेह अफसरों द्वारा नहीं करनें सें एक ही चावल वापस घुमकर कस्टम मिलिंग के बाद फिर से पीडीएस सिस्टम में वितरण के लिए गोदामों में जमा होने का खेल धड़ल्ले सें संबंधित अधिकारियों की जानकारी मे होने के वावजूद कमीशन के खेल में इसपर पर्दा डालने की कवायद बतौर सख्त प्रशासनिक अधिकारियों की पदस्थापना के दरम्यान शातिराना अंदाज में जमा कराने के साथ ही दिखावे की कार्यवाही कर खुद को सक्रिय व पाक साफ घोषित करने की परंपरा धड़ल्ले से संचालित हो रही है।

नव पदस्थ कलेक्टर क्या लेंगी गंभीरता से मसले को........?

आपको बताते चलें कि बीते हफ्तों पहले राज्य सरकार ने पूर्व कलेक्टर ड़ॉ गौरव कुमार सिंह का तबादला मुंगेली कलेक्टर बतौर करनें के साथ ही सूरजपुर जिले में कलेक्टर बतौर आईएएस अधिकारी सुश्री इफ्फत आरा की पदस्थापना हुई है।इनकी पदस्थापना उपरांत जिला गठन के बाद पहली महिला कलेक्टर बतौर सूरजपुर में होने के अलावा भेट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा योजनाओं के संबंध में क्रियान्वयन जमीनी स्तर पर होने के साथ ही लाभ पात्रो को मिले, इसे सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किया गया था।इसके उपरांत अबतक सार्वजनिक तौर पर वर्तमान कलेक्टर द्वारा जिस तरह से क्रमवार रूप से विभागीय गतिवीधीयों पर समीक्षा व प्रगति से जुड़ी बैठकों में विभागीय अफसरों को तय समयसीमा में निर्देश पर परिपालन सुनिश्चित करने से जुड़े निर्देश व चाक चौबंद प्रशासनिक व्यवस्था के प्रति कार्यशैली से अनेक विभागों के अधिकारी व मातहत दफ्तरों से गतिवीधीयां संचालित करने में दिखाई पड़ते हैं, उनकी कार्यशैली में आई बदलाव के बाद पीडीएस सिस्टम को सुचारू रूप से संचालन के साथ ही चावल की बाजार में बिक्री से जुड़े मसले पर अपनी शाख बचाने की कवायद में अचानक सक्रिय होकर चावल जप्ती करनें की कवायद पर खुद को सक्रिय पेश करने की होड़ कहे या चावल के खेल पर पर्दा डालने का अंदेशा जनचर्चा में जानकारी सार्वजनिक होने के बाद से व्यापत है।अब गंभीर मसले पर कलेक्टर का रूख क्या होगा और पीडीएस राशन की खरीदी बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए कवायदों पर सभी की निगाहें टिकी जरूर है।