Kanpur-(Kp Balaji Awasthi)-डिफेंस कारीडोर की आड़ मे अवैद्ध कब्जे की बाढ़.....

कानपुर-डिफेंस कारीडोर के बहाने अवैद्ध कब्जे की आयी बाढ़
Kp Balaji Awasthi
कानपुर नगर। प्रधान मंत्री मोदी जी की महत्वाकांक्षीं योजना डिफेंस कारीडोर उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर की नर्वल तहसील के कश्बा साढ़ मे किसानों से भूमि अधिग्रहण कार्य जोर दारी से चल रहा है जिसके चलते बर्तमान मे कारीडोर के नक्शे से बाहर अन्य कश्बा साढ़ की भूमि पर अवैद्ध कब्जे की भर-मार आ गयी है बर्तमान मे अलग-अलग लग-भग आधा दर्जन से अधिक सिकायतें जिला अधिकारी कानपुर नगर व उप जिलाधिकारी नर्वल के यहांं लम्बित पड़ी है जिसमे अभी तक किसी प्रकार कोई कार्यवाही नही हुई है ग्रामीणों के अनुसार बर्तमान मे राजस्व निरीक्षक की ओर से भी गजब का खेल किया जा रहा है यहां यह भी बताते चलें कि बर्तमान मे कारीडोर के भूमि अधिग्रहण से लोगों के पास पैसों की कोई कमी है जिससे लोग एक की जगह दस रुपए खर्चा करने को घूम रहे हैं
बताते चलें कि कानपुर नगर के नर्वल तहसील क्षेत्र के साढ़ कश्बा मे जब से डिफेंश कारीडोर के भूमि अधिग्रहण का कार्य प्रारम्भ हुआ तब से गांव के लोग भूमि-हीन होते जा रहे है परंतु बर्तमान मे लोगों के पास पैसा होने के चलते लोग रोड के किनारे की जमीनों मे कब्जा करते हुए बड़ी बड़ी बिल्डिंग बनवाने का प्रयास कर रहे हैं जिसमे अलग-अलग लगभग आधा दर्जन प्रार्थना पत्र सरकारी जमीन मे अवैद्ध निर्माण से सम्बंधित उच्च अधिकारियों के पास पड़ी है जिसमे कहीं कहीं खेल करते हुए राजस्व निरीक्षक मामले को समाप्त करने का प्रयास करते देखे गए है जिसमे गांव के तालाब, घूर के गढ्ढे, खलिहान, गांव के मन्दिर, आम रास्ता, पंचायत भवन, स्कूल तक मे कब्जा होते साफ तौर पर दिखाई दे रहे है साढ़ कश्बा की भौगोलिक स्थिति के अनुसार रोड के किनारे अधिक तर ग्राम समाज की भूमि है परंतु आज की स्थिति मे देखा जाए तो रोड के किनारे लगभग सभी जगह कब्जा करते हुए बड़ी-बड़ी बिल्डिंगें बनी तैयार है यहां तक कि रोड के किनारे बनी पानी के टंकी के सामने भी अवैद्ध रूप से मिट्टी पुराई कराते हुए कब्जा का प्रयास किया जा रहा है लोगों की माने तो एक समय साढ़ कश्बा मे सबसे अधिक ऊशर-बंजर जमीने ग्राम समाज के नाम पड़ी थीं जो धीरे-धीरे तब से आज तक जिसने जब जहां मौका पाया कब्जा कर लिया बर्तमान मे डिफेंस कारीडोर आने के बाद तो साढ़ क्श्बा मे कब्जे की बाढ़ आ गयी है जो धीरे-धीरे अब रोड से हट कर बस्ती के अन्दर तक पहुंच गया है जब कि दर्जनों सिकायतों के बाद भी उच्च अधिकारियों की इस ओर नजर क्यों नही पड़ती यह एक सोचने का विषय जरूर है !!