हम सेंट्रल वाले हैं, कहीं दर्ज कराओ शिकायत नहीं होगी जांच,केंद्र सरकार की सड़क व उसका एससीआई गोदाम में चलती रसूखदारी....?

मामला एनएच 43 पर संचालित एफसीआई गोदाम जयनगर का जहां अधिकारी व कर्मचारियों को परिसर के बाहर नहीं आती नजर परेशानी, प्रतिबंध व पूर्वानुमति की आड़ में मिडिया कर्मीयों से दबंगई करते तथाकथित लोकसेवक

सुरजपुर 05 फरवरी ।सच्चाई पर चंद अरसे के लिए पर्दा डाल सकते है लेकिन उसको बदल नही सकते।खासतौर पर मानव जीवन से जुड़े मसलों पर प्रतिबंधित व पूर्वानुमति की आड़ लेकर कारस्तानियों पर पर्दा डालने के लिए भारतीय खाद्य निगम के गोदाम जयनगर में मनमानी पूर्ण ढर्रे पर कामकाज सड़क के साथ ही खाद्य पदार्थों व परिवहन कर्ता हो या फिर मजदूर बतौर लोड अनलोड के दरम्यान श्रम अधिनियम अनुसार नियम कायदों का पालन भी खुद ही निर्धारित कर तमाम जतन कर खुद को पाक साफ घोषित करनें और खबरनवीसों के साथ जानबूझकर विवाद करना और देख लेने की धौस देकर अक्सर हकीकत उजागर नहीं हो इसके लिए धमकी व दवाब दोनों हथकंडे अपनाने की परंपरा कोई नहीं है।बहरहाल अव्यवस्था के आलम में जनहित व सुरक्षा व्यवस्था पर वर्तमान समय में चावल करीब 05 जिलों से यहां जमा करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर लंबी कतारें देखकर सजगता व सक्रियता देख व समझ सकते हैं। यहां के अधिकारी हो या कर्मचारियों को केवल गोदाम के परिसर में कोई गतिवीधीयां सार्वजनिक नहीं हो इसके लिए जतन से जुटे व डटे रहते हैं, जिसके वजह से गोदाम की गेट से लेकर बाहर राष्ट्रीय राजमार्ग 43 परकेंद्रीय पूल का चावल भण्डारित करनें के कार्यो में संग्रहण सहित अन्य कार्यो में खुद को केंद्रीय इकाई का कर्मी होने की वजह से सूरजपुर कलेक्टर या प्रशासनिक अधिकारियों के समझ शिकायत दर्ज कराने की नसीहत के साथ शब्दों में सीमटे लोक सेवक बतौर अधिकारी व कर्मचारियों के लिए कार्यावधि में नियम कायदे कहें या कानून सबकुछ यहां इनके अनुसार ही चलता है।इस मुद्दे पर जानकारी प्राप्त होने के बाद शनिवार 05 फरवरी को मिडिया कर्मियों द्वारा सड़क पर दोनों किनारों पर माल वाहक वाहनों कि वजह से सड़क सुरक्षा व्यवस्था के नियमों का पालन कराने की जगह उदासीनता से खतरों के बीच आवाजाही करनें में रहवासी परेशान होकर आखिर शिकायत दर्ज कहा कराएं यह तक जानकारी नहीं होने और वाहनों के काफिलें से परेशानी की जानकारी मिलने पर जब वाहन चालको से चर्चा किया गया तो पहचान जाहिर नही करनें के शर्त पर बताया की पूरें दिन उन्हेंअपनी बारी का इंतजार करते हुए घंटों तक खड़े रखने की मजबूरी काआलम इस बीच यातायात बाधित होने पर पुलिस कर्मियों की मशक्कत में चालकों ने अपना दर्द साझा किया। इस समस्या पर जब समाचार संकलन करनें के लिए मिडिया कर्मी द्वारा तमाम सड़क सुरक्षा को प्रभावित करने वाले मामले पर गोदाम के काटें से सड़क तक विडीयोग्राफी व फोटो एकत्र करने का कार्य करने लगे तो इसीदरम्यान यहां पदस्थ कर्मीयों के द्वारा लोकसेवक के लिए निर्धारित आचरण नियमों को ताक पर रखकर गोपनीयता व पूर्वानुमति से जुड़े नियमों की आड़ में जनहित व जनसरोकार से जुड़े मसले पर अपनी लापरवाही पर पर्दा डालने के लिए गतिवीधीयों सें दूर रखने केलिए तमाम जतन लगाने में डट गय।
ना केंद्र सरकार ना राज्य सरकार और ना ही माननीय न्यायालय द्वारा जारी निर्देश का पालन

वर्तमान में केंद्र सरकार हो या छत्तीसगढ़ राज्य के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में संचालित राज्य सरकार के अलावा माननीय न्यायालयों के द्वारा सड़क सुरक्षा के मसले पर सख्त रूप से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए आदेश जारी होने के बाद भी सरगुजा संभाग के पांच जिलों से केंद्रीय कोटे का चावल जमा कराने के लिए चल रहे वर्तमान सत्र में सड़क पर हालत को देखकर खुद ही विभागीय गंभीरता का हाल से वाकिफ हो जाएंगे।इसके अलावा सीधे तौर पर सड़क सुरक्षा के साथ ही खाद्य पदार्थों की संग्रहण के दरम्यान मनमानी के आलम पर रोक नहीं लगता।लोक सेवक हेतू निर्धारित आचरण से जुड़ी अनुशासनहीनता के मामले पर खुद कोतवाल बनकर गोदाम के लिए आरक्षित भूमि पर अवैध अतिक्रमण पर मौन सहमति देने के विषय पर जानकारी देने की आक्रोशित मुद्रा में धमकाने की कवायदो के अलावा कार्यों में बाधा उत्पन्न करने का झूठा आरोप लगाकर शिकायत दर्ज कराने की धमकी सार्वजनिक रूप देने के वावजूदविश्वनिय व बेबाक रूप से जनसुरक्षा व जनजीवन से जुड़े मसलों पर हमेशा की तरह अनुशासित समाचार प्रसारण करजिला प्रशासन के साथ ही एफसीआई गोदाम के वरिष्ठ अधिकारियों तक मसले पर अपनी खबरों से ध्यानाकर्षण कराने में आगामी अंकों में और भी गंभीर पहलूओं पर हकीकत को सामने लाने में जुटा व डटा रहेगा।