पुरानी पेंशन की बहाली हेतु शिक्षक-कर्मचारी उतरे सड़को पर

प्रमोद गुप्ता (9005392789)

मिथिलेश प्रसाद द्विवेदी (सोनभद्र)

नगर में जुलूस निकाल अपनी मांगों के समर्थन में लगाए
नारे

सोनभद्र। पुरानी पेंशन बहाली करने एवं एनपीएस वापस लेने की माँग को लेकर प्रदेश स्तरीय नेतृत्व के आवाह्न पर अटेवा सोनभद्र की अगुवाई में शुक्रवार को सभी शिक्षकों व कर्मचारियों ने जुलूस निकाल जोरदार प्रदर्शन किया।
गौरतलब हो कि अटेवा की अगुवाई में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ, लेखपाल संघ सहित जनपद के प्रायः सभी शिक्षक एवं कर्मचारी संगठनों ने एक मात्र लक्ष्य पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर धरने को समर्थन दिया था। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार रॉबर्ट्सगंज के
हाइडिल मैदान में शुक्रवार की सुबह से ही शिक्षक-कर्मचारी इकट्ठा होने लगे।

दोपहर होते ही जनपद के दसों विकास खण्डों से आये शिक्षकों व कर्मचारियों की हज़ारो की भीड़ के सरकार विरोधी नारों से पूरा हाइडिल मैदान थर्राने लगा।

इस दौरान अटेवा जिलाध्यक्ष राजकुमार मौर्य ने एनपीएस की कमियां गिनाते हुए ओपीएस की बहाली होने तक संघर्ष करने की सबको कसम दिलाई। जल्दी ही हज़ारों की संख्या में जुलूस नगर भ्रमण पर निकला।

"चाहे जो मजबूरी हो, हमारी माँगे पूरी हो" एनपीएस गो बैक" आदि के नारे लगाते हुए शिक्षक-कर्मचारियों का जुलूस शीतला चौराहा-बढ़ौली होते हुए वापस हाइडिल मैदान पहुँचा। जहां सभा के रूप में परिणत हो गया। शिक्षकों के जज्बे व उत्साह को देख के लग रहा था कि अब वो दिन दूर नही जब ओपीएस की वरमाला शिक्षकों-कर्मचारियों के गले का वरण करेगी। शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों की प्रचण्ड भीड़ देख प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे।

कार्यक्रम के दौरान भारी पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था में तैनात रही।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ जिला- संयोजक अशोक त्रिपाठी ने कहा कि अगली सरकार उसी की बनेगी जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा। सौरभ कार्तिकेय श्रीवास्तव ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग करते हुए कहा कि सरकार पुरानी पेन्शन की बहाली के तत्काल आदेश दे।

अपना जीवन सरकार की सेवा करने वाले सरकारी कर्मचारियों को एनपीएस और विधायक-सांसदों को जीवन भर की पुरानी पेंशन? ये दोगली व्यवस्था नही चलेगी।
अटेवा महिला प्रदेश अध्यक्ष रंजना सिंह ने कहा कि जब तक सरकार हमारी माँगे नही सुनती तब तक पुरानी पेंशन बहाली को लेकर हमारा आंदोलन तेजी पकड़ता जाएगा।
पूरे प्रदेश में आज की प्रचण्ड रैली की सफलता देख अब सरकार के लिए ओपीएस की मांग को अनदेखा करना आसान नही रह गया। साथ ही अन्य विपक्षी पार्टियों ने भी चुनाव पूर्व ओपीएस को अपने चुनावी एजेंडे में शामिल करने से भी सरकार पर दबाव बढ़ गया है।

अब शिक्षक भी अपने हक को लेकर चुनाव पूर्व आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं।
इस दौरान इंदुप्रकाश सिंह, अखिलेश मिश्रा, सर्वेश तिवारी, दीनबंधु त्रिपाठी, धर्मराज, अखिलेश सिंह, दिवाकर तिवारी, राजेश सिंह, राजेश बैस, उदय लहरी, विवेक सिंह, प्रद्युम्न सिंह सहित हज़ारों की संख्या में शिक्षक- कर्मचारी उपस्थित रहे।