चंदौली- चकिया के इस पूर्व विधायक की आज है पुण्यतिथि , आज ही के दिन पूरा चंदौली जनपद हुआ था भावुक

चकिया, चंदौली- एक ऐसे शख्सियत जिनको राजनीति का पुरोधा माना जाता था जो हमारे और आपके बीच में आज नहीं है जी हां मैं उस शख्स की बात कर रहा हूं जिसको इस नाम से भी जाना जाता था चकिया का है एक प्रकाश सत्य प्रकाश सत्य प्रकाश स्वर्गीय पूर्व विधायक सत्य प्रकाश सोनकर जिनका आज आठवीं पुण्यतिथि है 2012 के विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद पार्टी ने उन्हें टिकट दिया। इस बीच 17 दिसंबर 2011 को  उनका निधन हो गया। आज दिन मंगलवार को सपा नेता मुस्ताक अहमद खान के आवास पर सपाइयों ने 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित किया,,,,,, आइए हम एक बार फिर आपको स्वर्गीय सत्य प्रकाश सोनकर के इतिहास को दोहराते हैं,,,,,, जनपद की चकिया विधानसभा से पहली महिला विधायक बनी थी पूनम सोनकर चंदौली जनपद में चकिया सुरक्षित सीट से अब तक सबसे अधिक मतों से जीत सत्य प्रकाश सोनकर ने पाई थी तो सबसे कम अंतर से जीत राजेश कुमार बहेलिया ने दर्ज कराई थी चंदौली. चंदौली जनपद में चकिया सुरक्षित सीट से अब तक सबसे अधिक मतों से जीत सत्य प्रकाश सोनकर ने पाई थी तो सबसे कम अंतर से जीत राजेश कुमार बहेलिया ने दर्ज कराई थी। बता दें कि चकिया नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण यहां पर मतदाताओं को सुरक्षा प्रदान करना एक टेढ़ी खीर होती है।  फिर भी मतदाता जमकर मतदान करते हैं यहां का अपना रिकॉर्ड है। 1989 में जनता दल व 1996 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर सत्य प्रकाश सोनकर विधायक बने। 2012 के विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद पार्टी ने उन्हें टिकट दिया। इस बीच 17 दिसंबर 2011 को  उनका निधन हो गया। पार्टी ने उनकी पत्नी पूनम सोनकर को मैदान में उतारा था। उन्होंने बसपा के जितेंद्र कुमार को हराकर जनपद में पहली महिला विधायक होने का गौरव हांसिल किया। चुनावी रिकार्डों पर गौर करें तो चकिया सुरक्षित सीट से सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड सत्य प्रकाश सोनकर के पास है। 1989 में जनता दल के टिकट पर सत्य प्रकाश सोनकर ने 59376 मत पाकर अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के राम लखन को 39838 मतों से पराजित किया था। राम लखन को 19538 मत मिले थे। सबसे कम मतों से जीत भाजपा के राजेश कुमार बहेलिया की हुई थी। 1993 के चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े राजेश ने सपा बसपा के नंदलाल को 369 मतों से हराया था। राजेश को 32478 व नंदलाल 32109 मत मिले थे। दूसरी सबसे बड़ी जीत भी सत्य प्रकाश सोनकर के नाम दर्ज है।  1996 के चुनाव में सपा टिकट पर चुनाव लड़े सत्य प्रकाश ने 60084 मत पाकर बसपा के नंदलाल को 18236 मतों से परास्त किया था। नंदलाल को 41848 मत मिले थे। दूसरी सबसे छोटी जीत कांग्रेस के राम लखन ने दर्ज की थी। 1962 में कांग्रेस के टिकट पर लड़े चुनाव लड़े राम लखन ने 16232 मत पाकर सोशलिस्ट पार्टी के नरेंद्र कुमार शास्त्री को 2022 मतों से शिकस्त दी थी जबकि नरेंद्र कुमार को 14210 मत मिले थे।