रेत के अवैध उत्खनन मामले में भाजपा कांग्रेस आमने सामने

सुरजपुर :-- सुरजपुर जिले में अवैध रेत उत्खनन के मामले में सियासी दल एक दूसरे के आमने सामने हो गए हैं जहाँ एक ओर भाजपा रेत उत्खनन को सत्ता के संरक्षण में भ्रष्टाचार होना बता रही है तो दूसरे ओर कांग्रेस सब कुछ नियमों के मुताबिक़ चलने की बात कह रही हैं वहीँ स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि रेत उत्खनन मामले में दोषियों पर कार्रवाई न होने से नाराज बताए जा रहे हैं। मामला जिले के प्रतापपुर विकास खंड का है जहाँ ग्राम सतीपारा व केरता पंपापुर से बहने वाली दो प्रमुख नदियों से रेत उत्खनन व परिवहन का ठेका विनोद अग्रवाल व शशांक सिंह को मिला हुआ है। इन दोनों गांवों से प्रतिदिन बडे़ पैमाने पर रेत उत्खनन कर सीमावर्ती दूसरे राज्यों में रेत की सप्लाई की जा रही है तथा इन रेत ठेकों के आड़ में रेत माफियाओं द्वारा बड़े पैमाने पर शासकीय नियमों को दरकिनार कर रेत उत्खनन किया जा रहा है तथा मनमानी तरीके से रेत की अवैध सप्लाई बड़ी बड़ी ट्रकों से की जा रही है।साथ ही सैकड़ों ट्रक केरता-पम्पापुर में अवैध रेत का भंडारण किया हुआ है। रेत उत्खनन में माफिया राज इस कदर हावी है कि खनिज विभाग के आला अधिकारी भी इन माफियाओं पर हाथ डालने से कतरा रहे हैं। छत्तीसगढ़ में सरकार बदलने के बाद राज्य सरकार द्वारा राजस्व वसूली का जरिया बढाने पूरे प्रदेश रेत खदानों को ग्राम पंचायतों से छिनकर निजी हाथों में टेंडर के माध्यम से सौप दिया है लेकिन सरकार की मंशा पूरी तरह से धराशायी होते नजर आ रही है रेत उत्खनन से जहाँ राज्य सरकार को प्रतिमाह करोड़ों का चूना लग रहा है वही रेत खदानों पर ठेकेदार के लठैतों का कब्जा होने से स्थानीय ग्रामीण सहमे हुए हैं। रेत उत्खनन के मामले ने अब सियासी तूल पकड़ना शुरू कर दिया है भाजपा नेता अवैध रेत उत्खनन के लिए सीधे सीधे कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं तथा इसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं वहीं कांग्रेस के पदाधिकारी सबकुछ नियमों के मुताबिक टेंडर प्रक्रिया से होना बता रहे हैं जबकि ईलाके की जनता कांग्रेस के जवाब से इत्तेफाक नही रखती है ग्रामीणो की माने तो रेत ठेकेदार बड़ी बड़ी ट्रकों से ओवरलोड रेत का परिवहन कर रहा है जिससे ग्रामीण क्षेत्र में बनी पीएमजीएसवाई की संड़के ओवरलोड के कारण उखड़ने लगी हैं तथा यही हाल अंबिकापुर-बनारस मुख्य मार्ग का भी हो गया है ओवरलोड रेत की ट्रकों की आवाजाही से सड़क पर दो से तीन तीन फीट के गढ्ढे बन गए हैं जो राहगीरों को जानलेवा साबित हो रहे हैं। वही इस मामले को लेकर युवा जनपद अध्यक्ष जगतलाल आयाम व जनपद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि संजीव श्रीवास्तव ने पिछले दिनों कलेक्टर से मुलाकात कर अवैध रेत उत्खनन के मामले को लेकर ज्ञापन सौपते हुए कार्रवाई की मांग की थी लेकिन एक मामले में हुए विवाद के कारण कलेक्टर के तबादले के बाद मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया जिसके बाद से रेत माफियाओं के हौसले और बुलंद है तथा बडे पैमाने पर रेत की तस्करी बदस्तूर जारी है।