बीजेपी नेता विष्णुदेव साय ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र,कोरोना ड्यूटी में तैनात शिक्षक से पुलिसकर्मि द्वारा मारपीट किये जाने पर लिखा पत्र ।

बीजेपी नेता विष्णुदेव साय ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र,कोरोना ड्यूटी में तैनात शिक्षक से पुलिसकर्मि द्वारा मारपीट किये जाने पर लिखा पत्र पढ़े पत्र में क्या लिखा
रायपुर:-कोरोना संक्रमण काल से जूझते छत्तीसगढ़ में हाल के दिनों में कुछ ऐसी विसंगतियाँ और घटनाएँ प्रकाश में आई हैं , जिन पर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूँ ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और परस्पर संवेदनशीलता का परिचय देकर हम सब मिलकर कोरोना संक्रमण की इस वैश्विक महामारी का पूरी ताकत और क्षमता के साथ मुकाबला करें । आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय , अभी कल ही दंतेवाड़ा में कोविड -19 की ड्यूटी पर कार्यरत एक शिक्षक के साथ एक पुलिस जवान द्वारा की गई निर्मम पिटाई का मामला प्रकाश में आया है । इस संबंध में जो जानकारी मुझे है , वह मैं आपसे साझा कर रहा हूँ।दिनांक 28 अप्रैल , 2021 को दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा विकासखंड में स्थित प्राथमिक शाला ( रियापारी , आलनार ) में कार्यरत सहायक शिक्षक विजेंद्र गुप्ता के साथ किरदुल मार्केट में एक पुलिस जवान द्वारा बर्बरतापूर्वक मारपीट की गई । इस मामले में हैरानी की बात यह है कि उक्त सहायक शिक्षक की ड्यूटी कोरोना संक्रमण की जाँच आदि के कार्य में लगाई गई है , बावजूद पुलिस जवान ने उनके साथ मारपीट की । यह मारपीट तब की गई . जब उक्त सहायक शिक्षक अपने साथी शिक्षकों को ड्यूटी पास दे रहे थे और पुलिस जवान ने ड्यूटी पास को फेंकते हुए अश्लील गाली - गलौज और मारपीट की गई । आदरणीय मुख्यमंत्री महोदय , यह समय काफी संकटपूर्ण है और इससे पार पाने में हम सब पूरे मनोयोग से जुटे हुए हैं । कोरोना वॉरियर्स के तौर पर पुलिस प्रशासन की भूमिका महती हैं . इस तथ्य और सत्य को स्वीकार करते हुए भी मुझे उक्त पुलिस जवान का आचरण कोविड ड्यूटी कर रहे सहायक शिक्षक के प्रति अमानवीय प्रतीत हुआ है । आप व्यक्तिगत तौर पर इस मामले का संज्ञान लेंगे तो आप भी मेरे विचारों से सहमत होंगे कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगे प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों में तालमेल के अभाव में इस प्रकार की अमानवीयतापूर्ण घटनाएँ घट रही हैं , जिन्हें कतई न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता है । इस तरह की घटनाएँ कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगे योद्धाओं के मनोबल और सेवा - भावना से कार्य करने उनकी इच्छाशक्ति पर प्रतिकूल प्रभाव ही डालेंगी। देश की विषम परिस्थितियों में विभिन्न विभागीय अमले के साथ शिक्षक वर्ग भी इन संकटपूर्ण हालात से निपटने में जुटा है . ऐसी दशा में इस तरह की अमानवीय मारपीट से समूचा शिक्षक समुदाय स्वयं को परेशान और प्रताड़ित अनुभव कर रहा है । दंतेवाड़ा जिले के शिक्षक तो इस घटना से काफी व्यथित हैं । निश्चित रूप से पुलिस जवान द्वारा सहायक शिक्षक के साथ की गई निर्मम मारपीट निंदनीय घटना है और इस मामले में तत्काल दोषी पुलिस जवान पर दंडात्मक कार्रवाई कर पीड़ित शिक्षक को न्याय दिलाना आवश्यक है ताकि सभी कोरोना योद्धा निर्भीक भाव से मनोयोगपूर्वक कोरोना संक्रमितों की जाँच , उपचार सहित सभी प्रकार के सेवा - कार्यो में जुटे रहें । के लिए गृह मुझे विश्वास है कि आप व्यक्तिगत रुचि लेकर इस मामले में आवश्यक दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित कराने मंत्री व गृह विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करेंगे और कोरोना के खिलाफ जारी जंग को अंजाम तक पहुंचाने में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करेंगे ।