सड़कों में गड्ढे या गड्ढों में सड़क, कहना मुश्किल

बीसलपुर सड़क पर अब सफर आसान नहीं

बीसलपुर- सरकार चाहे कितना भी सड़कों के गड्ढा मुक्त होने का दावा करे, लेकिन पीलीभीत से बीसलपुर मार्ग की सड़कें ऐसी हैं जो बेहद खस्ताहाल हैं। ये सड़कें शासन के दावों की पोल खोल रही हैं। खास बात तो यह है कि गड्ढों में तब्दील हो चुकीं इन सड़कों के निर्माण के लिए जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी, उनकी गाड़ियां भी इन्हीं सड़कों में बने गड्ढों से होकर निकलती हैं, जबकि योगी सरकार ने सत्ता में आते ही सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का फरमान दिया था।पीलीभीत रोड पर अनेक स्थानों पर सड़क की बजरी उखड़ गई है। केके स्कूल के सामने ईंटो का खड़ंजा लगाकर मार्ग के गड्ढों को पिछले दिनों भरा गया था कितु अब वह पुन उखड़ गए हैं। इसके कारण आए दिन मार्ग पर दुर्घटनाएं होती हैं। इस मार्ग से गुजरने वाले जिला स्तरीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।पीलीभीत रोड पर अनेक स्थानों पर सड़क की बजरी उखड़ गई और गहरे गहरे गड्ढे है। केके स्कूल के सामने ईंटो का खड़ंजा लगाकर मार्ग के गड्ढों को पिछले दिनों भरा गया था कितु अब वह पुन: उखड़ गए हैं। इसके कारण आए दिन मार्ग पर दुर्घटनाएं होती हैं। इस मार्ग से गुजरने वाले जिला स्तरीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।यह मार्ग लंबे समय से जगह-जगह उखड़ गया है। उखड़ने के कारण मार्ग में गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों को अभी तक मरम्मत के नाम पर पत्थर व बजरी से भरा भी नहीं गया है। कुल 37 किलोमीटर इस मार्ग को तय करने में 45 मिनट का समय लगता था। अब यह दूरी तय करने के लिए सवा घंटा से ज्यादा लग रहा है। बीसलपुर वालों को प्रतिदिन लोगों को अपने कार्यों से जिला मुख्यालय जाना होता है। ऐसी स्थिति में उन्हें इस गड्ढा युक्त सड़क से होकर अपना सफर तय करना होता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजों को गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय सरकारी एंबुलेंस द्वारा रेफर किया जाता है तो उन्हें इस जर्जर मार्ग पर सफर तय करने में अत्यधिक परेशानी उठानी पड़ती हैं। इस मार्ग पर दोपहिया वाहन चलाते समय मार्ग पर बने गड्ढों में लगातार दुर्घटनाग्रस्त होने का भय बना रहता है। मार्ग को ठीक कराने की मांग नगर वासियों ने कई बार की जा चुकी है कितु अभी तक किसी भी अधिकारी ने इसकी सुध नहीं ली है।

क्या कहना है नगरवासियों का

राहुल गंगवार

कहते हैं कि 8 माह से सड़क टूटी है। ईंटो से भर कर लगभग 20 मीटर में खड़ंजा लगा दिया था, वह भी टूट गया।आए दिन इन गड्ढों की वजह से सड़क दुर्घटना होती रहती है जिसके लिए कई बार अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन ढाक के फिर वही तीन पात

अमित भोजवाल का कहना है कि मार्ग पिछले लंबे समय से टूटा पड़ा है जिसकी मरम्मत अभी तक विभाग द्वारा नहीं कराई गई है। इस कारण पीलीभीत जाने में खासकर मरीजों को अत्यधिक परेशानी होती है।