शासन के मनाही के बावजूद स्कूल खोले जाने का विरोध

शासन की मनाही के बावजूद स्कूल खोले जा रहे-राजेन्द्र चन्द्राकर

  • स्पष्ट आदेश के बावजूद जिला कार्यालय का तुगलकी फरमान
  • शिक्षक संगठन कर रहे विरोध

वैश्विक महामारी कोरोना के चलते छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा आगामी आदेश पर्यन्त हेतु बच्चो की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूलों को बंद कर दिया गया है कोरोना के बढ़ते हुए खतरे और शासन के स्पष्ट आदेश के बावजूद भी धमतरी जिला के अधिकारी शासन के आदेश की अवहेलना करते हुए नजर आ रहे है, स्कूलों में विशेष कोचिंग के नाम पर अधिकारियों द्वारा स्कूलों को खोले जाने हेतु बैठक कार्यवाही पत्र जारी किया गया है जो अब विवादों में नजर आता हुआ दिखाई दे रहा है।
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र चन्द्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी धमतरी के द्वारा जारी पत्र में 26/11/2020 को आयोजित समीक्षा बैठक कार्यवाही विवरण के अनुसार 10 वी 12 वी के विद्यार्थियों हेतु विशेष कोचिंग के नाम पर स्कूलों में विद्यार्थियों को बुलाया जा रहा है जो कि कोविड़ 19 के वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखकर उचित नही है वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए ही राज्य शासन द्वारा स्कूलों को अभी नही खोले जाने हेतु स्पष्ट आदेश के बावजूद इस प्रकार विद्यार्थियों को स्कूल बुलाने हेतु जारी पत्र का संघ विरोध करता है।
संघ के ब्लॉक अध्यक्ष राजेश साहू, तहसील अध्यक्ष सन्त राम साहू, राजेश पांडेय, महेंद्र साहू, के.के.सिंगसर्वे, जगदीश साहू, धनंजय ठाकुर, आर.डी.साहू, धर्मेंद साहू, टी एस साहू, कौशिक देवांगन, वर्षा अग्रवाल, सी.पी. पटेल, फनेन्द्र ध्रुव, भावेश चन्द्रवँशी, लक्ष्मी नारायण ध्रुव टी एल कोसले आदि ने मांग की है कि जिला कार्यालय अगर स्कूल लगाना चाहता है तो इसके लिए स्पष्ट आदेश जारी करे, बिना किसी आदेश के शिक्षको पर दबाव बनाकर स्कूलों का संचालन करने पर अगर कोई अनहोनी होती है तो इसके लिए पूरी जवाबदारी जिला प्रशासन लेवे।