*अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस पर बच्चा बच्चा बन बैठा कानून का रखवाला*

दुनिया भर में बाल दिवस अलग अलग तरीकों से मनाया जाता है। वहीं आज कोरिया जिले के खड़गवां, चिरमिरी , और मनेंद्रगढ़ ,बैकुंठपुर समस्त पुलिस अधिकारियो और कार्यलय में स्थानीय बच्चों को सम्मानित करके उन्हें कानून तौर तरीकों से अवगत कराते हुए, थाने में उचित पद और पद के अनुरूप कार्य देकर अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस को सफल बनाने का प्रयास किया गया।

कोरिया जिला मुख्यालय स्थित बैकुंठपुर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर त्रिषा अग्रवाल को एक दिन का एसपी पद पर नियुक्त किया जिनका स्वागत कोरिया एस.पी. चंद्रमोहन ने । वही बैकुंठपुर स्कूल के ज्ञान कुंज विद्यालय के छोटे नन्हे मुन्ने बच्चों को कानून व्यवस्था समझाते हुए थाने में कैसे-कैसे कार्य होते हैं बारे में बताते हुए कोतवाली प्रभारी विमलेश दुबे ने 1 घंटे के लिए बनी कोतवाली ,थाना प्रभारी श्रुति तिवारी को पुष्पगुच्छ देते हुए उनको सम्मानित किया, उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

वही हबीब अली को अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस के अवसर पर मनेंद्रगढ़ थाना प्रभारी के रूप में 1 घंटे के लिए पदस्थ हुए। बाल दिवस को लेकर चिरमिरी थाना प्रभारी अश्वनी सिंह अपने बच्चों को थाने में बुलाकर सम्मानित किया और उनको कानून का पालन करने और सही गलत के बारे में बताते हुए नियम तोड़ने वालों को सावधान करने के लिए कहा और कम उम्र में सबसे ज्यादा नियम तोड़ने की घटना एक होती है जो कि वाहन चलाने की होती है जिससे बहुत से दुर्घटनाएं नाबालिक बच्चों के कारण होते हैं

जो कि गाड़ी चलाने योग्य नहीं होते हैं पता उन्हें बिना लाइसेंस और 18 वर्ष से पहले गाड़ी चलाने के लिए तो मना किया गया। और वही छोटा बाजार की एक छोटी बच्ची को उसका नाम अश्वनी यादव हैं,थाना प्रभारी नियुक्त किया। यही अवसर होता है कि हम अपने से छोटों को उन्हें सही गलत का सीख दे देश की अर्थव्यवस्था कानून तथा सामाजिक कुरीतियों से बचाते रहे।

भारत में प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन, 14 नवंबर, को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसे बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि उन्हें बच्चों से बहुत प्रेम था और बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कह कर पुकारते थे। बाल दिवस बच्चों को समर्पित भारत का एक राष्ट्रीय त्योहार है। आप और हम भी इस अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस का हिस्सा बने और बच्चों को सम्मानित करें और उन्हें जीवन जीने की कला सिखाएं।