फिर राजधानी में सड़क पर उतरेंगे 1 लाख 80 हजार अनियमित कर्मचारी महासंघ ने किया आव्हान

सवांददाता दिलीप जादवानी@रायपुर:- फिर राजधानी में सड़क पर उतरेंगे 1 लाख 80 हजार अनियमित कर्मचारी महासंघ ने किया आव्हान संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ के आव्हान पर अपनी मांगो को लेकर दिनांक 20 अक्टूबर 2019 को राजधानी रायपुर की सड़को पर 1 लाख 80 हजार कर्मचारियों द्वारा पदयात्रा व महासभा का आयोजन किया जायेगा। कार्यक्रम का स्थान- रायपुर का धरना स्थल-बुढ़ा तालाब होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य शासन को अनियमित कर्मचारियों की लंबित मांगों का पूरा करने पर ध्यानाकर्षण कराना है। साथ ही सरकार के घोषणा पत्र के विपरीत लगातार अनियमित साथियों की विभिन्न विभागों द्वारा छटनी किये जाने,बहाली न किये जाने,छटनी किये पदों पर पुनः विज्ञापन निकाले जाने का विरोध किया जाना है। महासभा में छत्तीसगढ़ के जिलों में पदस्थ अनियमित अधिकारी/कर्मचारी सम्मिलित होंगे। विदित हो कि कांग्रेस सरकार द्वारा अपने घोषणा पत्र में अनियमित कर्मचारियों की चार सूत्रीय मांगों को अपने घोषणा पत्र में शामिल किया गया था। परन्तु सरकार बनने के उपरांत वचन पत्र के विपरीत लगातार साथियों को नौकरी से निकाला जा रहा है,जिससे प्रत्येक अनियमित कर्मचारी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे है। शासन के इस तानाशाही कृत्य से छटनी हो रहे साथी लगातार गरीबी,भूखमरी,बेरोजगारी की चपेट में आ रहे है। शासन से कोई आस न दिखने के कारण,अपनी पारिवारिक,आर्थिक स्थिति लगातार खराब होने के कारण आत्मदाह करने पर मजबूर हो रहे है। सरकार जहां एक तरफ “अब होगा न्याय”का लोक लुभावना नारा लेकर शासन में आयी तो सभी कर्मचारी इसी आश में बैठे थे कि न्याय होगा। परन्तु 1 वर्ष पूरा होने को है,जब समस्त अनियमित साथियों के धैर्य का बांध टूटता नजर आ रहा है और वे सरकार से ये पूछने में विवश हो गये है कि ‘कब होगा न्याय’। अब “नौकरी की सुरक्षा”मुहिम को लेकर प्रदेश के समस्त अनियमित कर्मचारी एक बार फिर एकजुट होकर लामबंद हो रहे है। जिन्हे प्रदेश के समस्त कर्मचारी हित में कार्य करने वाले संगठनों,संघों,फेडरेशन इत्यादि का भरपूर समर्थन मिल रहा है।