बैंक ऑफ बड़ौदा जामो के कर्मियों की लापरवाही व तानाशाही से उपभोक्ता परेशान, डीएम से किया शिकायत

अमेठी : बैंक ऑफ बड़ौदा जामो के अधिकारियों कर्मचारियों के तानाशाही रवैए से आम उपभोक्ता काफी त्रस्त हैं। एक काम के घंटों खड़े रखना व बात को न सुनना उनका शगल बन गया है जिसकी शिकायत जिलाधिकारी अमेठी से की गई है।

प्रतापगढ़ जिले के निवासी सतीश कुमार श्रीवास्तव जामो सीएचसी के सेवा निवृत्त कर्मचारी रहे हैं। इनका बचत खाता उक्त बैंक में है और लगभग 12800 रुपए जमा है। मई माह में उनकी मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद उनके बेटे विजय कुमार श्रीवास्तव ने उस पैसे के लिए बैंक में अप्रोच करते हुए वारिस होने के सभी� कागजात भी 21 जुलाई 2020 को कूरियर सर्विस द्वारा भेजकर जमा कर दिया। पूरे कागजात जमा होने के बाद भी काउंटर क्लर्क हिमांशु उस पैसे का भुगतान न तो आरटीजीएस और न ही डिमांड ड्राफ्ट के रूप में कर रहा है बल्कि वारिस विजय कुमार श्रीवास्तव को बुलाने की जिद पर अड़ा है।

बैंक के नियमानुसार किसी का भी खाता बन्द कर अन्यत्र उसके पैसे को भेजने के लिए सीधे उस लाभार्थी के खाते में आरटीजीएस के माध्यम से तुरन्त ट्रांसफर कर दिया जाता है तो फिर कर्मचारी हिमांशु� लाभार्थी विजय कुमार को बुलाने की जिद पर क्यों अड़ा है। पीड़ित लाभार्थी विजय कुमार श्रीवास्तव ने इस मामले की शिकायत डीएम अमेठी सहित बैंक ऑफ बड़ौदा के उच्च अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजकर उचित कार्यवाही करने की मांग किया है।