चकिया- विकासखंड के 20 गांव हुए हर्बल खेती के लिए चयनित,इससे बढ़ेगी किसानों की आय,व लोगों की प्रतिरोधक क्षमता

चकिया विकासखंड के 20 गांव हुए हर्बल खेती के लिए चयनित,

संवाददाता कार्तिकेय पाण्डेय�

चकिया-आयुष मंत्रालय व नेशनल मेडिसिनल प्लांट बीएचयू आयुर्वेद के सानिध्य में विकास खंड चकिया से 20 ग्राम पंचायत को चयनित कर हर्बल खेती के माध्यम से लोगों के प्रतिरोधक क्षमता व किसानों की आय बढ़ाने की योजना बना रखी है।�

इसके तहत गुरुवार को विकास खंड चकिया के प्रांगण में गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसके मुख्य अतिथि श्रीमति सरिता सिंह विकास खंण्ड अधिकारी चकिया रही जिनके सानिध्य में गिलोय का वितरण समन्यवक चंदौली आयुष पाठक व ब्लॉक समन्यवक रितेश पांडेय द्वारा सभी कर्मचारियों को गिलोय का पौधा वितरित किया गया । जिसमें गिलोय मिशन के जिला कोऑर्डिनेटर बीएचयू आयुष पाठक द्वारा किसानों वह अन्य को गिलोय के प्रति लोगों को जागरूक किया। कहा कि इस कोरोना का में अभी तक कोई उपचार या दवा नहीं तैयार हुई है इस स्थिति में बीएचयू आयुर्वेद संस्थान ने सरकार के सहयोग से यह निर्णय लिया है कि प्रत्येक ग्राम पंचायतों में गिलोय का पौधा लगाकर लोगों के प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाया जाए जिससे लगभग 80% रोग अपने आप समाप्त हो जाएंगे। इसके लिए बकायदा बीएचयू संस्थान द्वारा निशुल्क गिलोय का पौधा ग्रामीणों का चयन कर वितरित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए भारत सरकार ने बकायदा 4000 करोड़ का बजट भी पास कर दिया है। जिससे हर्बल खेती को बढ़ावा दिया जा सके। इससे किसानों की आय में भी काफी बढ़ोतरी होने की उम्मीद आयुर्वेद संस्थान ने जताई है। इस अवसर पर तमाम विकाश खंड के अधिकारी मौजूद रहे