रेलवे रिजर्वेशन टिकट प्रणाली में करे सुधार

अगर रेलवे को टिकट ब्लेक करने वाले दलालों से छुटकारा पाना है तो रेलवे को चाहिए कि सभी यात्री ट्रेनों में एक PNR में आधार नम्बर दे और उससे जुड़े रजिस्टर्ड मोबाइल पर उसका मेसेज जाए और ओटीपी आने के बाद टिकट बनाने वाला क्लर्क या एजेंट उसमे भरे तब जाकर टिकट बने तो शायद ब्लेक वाली टिकटो पर विराम लग जायेगा । तत्काल के समय से 5 से 10 मिनट पूर्व रेलवे खिड़की पर टिकट बनाने वाले यात्री का पुरा डेटा उसमे टिकट खिड़की पर बैठा सम्बन्धित क्लर्क द्वारा अपलोड कर दिया जाता है जिससे सभी टिकटे 1 से 3 मिनट में बन जाती है । रेलवे ओर PRS सिस्टम इस खामी को अनदेखा कर रहा है तथा टिकट खिड़की पर बैठा क्लर्क इसका फायदा भी उठा रहा है । इस सम्बंध में कई बार रेलवे मंत्री को ट्वीट भी किया है लेकिन PRS सिस्टम में आज दिन ये बदलाव नही किया कि क्यों और कैसे टिकट खिड़की पर बैठा क्लर्क रिजर्वेशन साईट पर तत्काल के समय पहले से डेटा अपलोड कर सकता है जबकि समय से पूर्व की गतिविधि को रेलवे द्वारा रोका जाना चाहिए लेकिन इस प्रक्रिया को बन्द नही किया जा रहा है जिससे खिड़की से जुड़े एजेंटों की बल्ले बल्ले हो रही है ।