प्रशासन की कार्यशैली पर जमकर भड़के विधायक 

कहा जनता के साथ नाजायज नहीं होने देंगे

शाहाबाद । लॉक डाउन के दौरान प्रशासन की कार्यशैली पर विधायक रामकरण काला बुधवार को जमकर भड़के और आनन-फानन में पत्रकार वार्ता बुलाकर कहा कि वह जनता के साथ नाजायज नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों में आपस में तालमेल नहीं है जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दुकानें खोलने का शेड्यूल उनके और दुकानदारों के बीच बैठकर प्रशासन द्वारा बनाया जाना चाहिए था जिससे यह प्रभावी तौर पर सफल रहता । उन्होंने कहा कि मौजूदा शेड्यूल बिल्कुल भी ठीक नहीं है और इससे शहर की जनता और दुकानदार परेशान हैं। उन्होंने बताया कि प्रातः 7 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक दुकानें खुलने का शेड्यूल बिल्कुल ठीक था जिसमें कुछ दुकाने सोम, बुध और शुक्रवार और शेष दुकानें मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को खोली जाती थी। उन्होंने बताया कि मौजूदा शेड्यूल से दुकानदारों और जनता दोनों को परेशानी हो रही है। विधायक ने आरोप लगाया कि प्रशासन उनसे कोई भी सलाह नहीं ले रहा जिससे लगता है कि उन्हें विधायक की जरूरत ही नहीं है। विधायक ने बताया कि प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में नागरिक और दुकानदार उनके पास आकर प्रशासन की ज्यादती बारे शिकायत कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि जगह-जगह नाके लगाकर यदि मोटरसाइकिल को रोकना है तो सभी दुकानें खोल दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा दुकानें खोलने के रोज रोज नए फरमान से जनता परेशान हो चुकी हैऔर वह जनता के साथ हैं और जनता के साथ गलत नहीं होने देंगे। विधायक ने कहा कि वह मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ-साथ साथ साथ डीसी एवं एसपी को मिलकर अपनी बात रखेंगे। उन्होंने बताया कि वाहन चालकों के भारी भरकम चालान को किसी प्रकार भी तर्कसंगत नहीं बताया जा सकता। विधायक ने आरोप लगाया कि प्रशासनिक अधिकारियों का यह रवैया किसी इशारे पर ही हो रहा है और उनकी अनदेखी की जा रही है । उन्होंने आरोप लगाया कि जेजेपी के विधायकों को इग्नोर किया जा रहा है और उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। विधायक ने कहा कि वह 36 बिरादरी और जनता के साथ है । विधायक ने कहा कि डार्क जोन के बहाने मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में धान की फसल को ना लगाने की बात कही है जो किसानों और मजदूरों के साथ एक ज्यादती है। उन्होंने बताया कि पहले तो दादूपुर नलवी नहर को झूठे एफिडेविट के सहारे बंद कर दिया गया और अब धान ना लगाने का फरमान सुनाकर किसानों को बर्बाद करने की साजिश है। जिसे वह किसी कीमत पर भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि वह सरकार के साथ हैं लेकिन उससे पहले वह किसानों के साथ हैं । उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने दादूपुर नलवी नहर को बंद करने के बाद मिठाइयां बांटी थी चुनाव में उनका क्या हश्र हुआ है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। विधायक ने कहा कि वह लोग को कामयाब करने के लिए प्रशासन के साथ है लेकिन प्रशासन की धक्का शाही किसी कीमत पर भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। प्रेस वार्ता के दौरान ही मंधेडी निवासी संदीप कुमार मौके पर पहुंचा और उसने विधायक के सामने मोटरसाइकिल के 23 हजार रुपए के चालान की प्रति भी दिखाई । विधायक ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की कार्रवाई किसी प्रकार भी तर्कसंगत नहीं है। इस अवसर पर विष्णु भगवान गुप्ता, जगबीर मोहड़ी ,डॉ प्रवीण शर्मा सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे।