बस्ती डिपो के ड्राईवर व कंडक्टर ने देवरिया जिला प्रशासन पर लगाया आरोप, जाने इनकी कहानी, चाय न पानी

बस्ती डिपो के ड्राईवर व कंडक्टर ने देवरिया जिला प्रशासन पर लगाया आरोप, जाने इनकी कहानी चाय न पानी।

एक तरफ जहां जिला प्रशासन श्रमिको को ट्रेन से जिले में आने को लेकर सदर रेलवे स्टेशन पर तरह तरह के इंतजाम किए हैं, वहीं ट्रेनों से आए यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने वाले बसों के ड्राईवर व कंडक्टर के लिए कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं किया है।

देवरिया जिले के सदर रेलवे स्टेशन पर प्रवासी मजदूरों को लेे कर पहुंची ट्रेनों के यात्रियों को उनके गंतव्य स्थान तक छोड़ने के लिए आई बस्ती डिपो की बसों के ड्राईवर व कंडक्टर ने देवरिया जिला प्रशासन व परिवहन विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि, हम लोगों को तीन से चार घंटे हो गए आए हुए, लेकिन अभी तक कोई पूछने तक नहीं आया चाहे वह जिला प्रशासन के लोग हो या हमारे परिवहन विभाग के अधिकारी हो। उन लोगो का यह भी कहना था कि कम से कम पानी का टैंकर यहां लगवा दिया होता वो भी नहीं कर पाई यहां की प्रशासन।�
आपको बताते चलें कि आज गुजरात के सूरत व बड़ौदा से 1200 श्रमिकों को लेकर तीन ट्रेनें देवरिया रेलवे स्टेशन पर आएगी। ट्रेन से आए यात्रियों को उनके घर तक भेजवाने के लिए देवरिया जिला प्रशासन ने बाहरी जिलों से बसों को बुलाया था लेकिन उन बसों के ड्राइवरों व कंडक्टर को जिला प्रशासन की ओर से ना मास्क, सेनेटाइजर और न ही ग्लब्स ही दिया गया था, यहां तक कि उनको चाय, पानी , के लिए भी वहां कोई इंतजाम नहीं था। वहीं जब देवरिया डिपो के ए आर एम से बात की गई तो उन्होंने कहा कि, डी एम साहब ने एस डी एम उपाध्याय के जिम्मे लगाया गया है।
लेकिन एस डी एम साहब का कहीं कोई पता नहीं था।

देवरिया से अवनीश शंकर राय की रिपोर्ट