चकिया - लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में असमर्थ रही चकिया कोतवाली पुलिस

संवाददाता कार्तिकेय पांडेय

चंदौली/चकिया-एक तरफ जहां पूरा देश कोविट 19 जैसे वैश्विक महामारी की मार झेल रहा है। कोविट 19 जैसी वैश्विक महामारी पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार व यूपी सरकार के द्वारा तमाम प्रयास किए जा रहे हैं और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पूरे देशभर में लॉक डाउन लगा दिया गया है और उनके द्वारा इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ अन्य सभी प्रकार के सेवाओं को बंद कर दिया गया है और उनके द्वारा यह आवाहन किया गया है कि आप लोग बिना इमरजेंसी कार्य के बिना घर से बाहर कदापि ना निकले अगर किसी इमरजेंसी कार्य से आप निकलते हैं तो आप लोग सोशल डिस्टेंस का पालन करने के साथ-साथ गमछे या फिर मार्क्स से अपने मुंह व नाक को ढककर रखें। कोई व्यक्ति लाकडाउन का उल्लंघन ना करें।इन नियमों का पालन पूर्व रूप से करें और नियमो का पालन कराने का कार्य संपूर्ण देखरेख का कार्यभार पुलिस प्रशासन के हाथों में सौंप दिये जाने के साथ-साथ यह भी निर्देश जारी किये हैं कि अगर कोई लाक डाउन का पालन नहीं करता है तो उसके साथ पुलिस सख्ती से भी पेश आ सकती है। जनपद के कुछ स्थानों पर पुलिस के आला अधिकारियों के द्वारा इसका भरपूर पालन कराते नजर आ रहे हैं लेकिन कुछ ऐसे स्थान हैं जहां सोशल डिस्टेंस की जमकर धज्जियां लोग उड़ाते नजर आ रहे हैं और पुलिस प्रशासन अपना ध्यान इनकी तरफ आकर्षित करता नहीं नजर आ रहा है।जिले में ऐसे कुछ स्थान पर है जहा पुलिस के कार्यशैलियो पर प्रश्नचिन्ह उठाता नजर आ रहा है। यह तस्बीर चकिया क्षेत्र में स्थित भारतीय स्टेट बैंक का है ।तस्बीर में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि लोग किस प्रकार शोसल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे है तो वही दूसरी तरफ लोग चेहरे पर मास्क व गमछे भी लगाये नही नजर आ रहे है, हैरत की बात है कि इन लोगों के तरफ ना ही बैंक के कर्मचारी ध्यान देते हैं और ना ही पुलिस प्रशासन के लोग।पुलिसकर्मियों का अक्सर इसी रास्ते से होकर आवागमन रहता है लेकिन पुलिस इन्हें सोशल डिस्टेंस का पालन कराने का ................ उठाना मुनासिब नहीं समझती। आपको बताते चलें कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण इस क्षेत्र से सैकड़ों की संख्या में युवा गैर प्रांत गए हुए थे जो कि लाक डाउन होने के कारण वापस अपने अपने वतन लौट चुके हैं जिला प्रशासन के द्वारा इन्हें चिन्हित कर व्यकायदा थर्मल स्कैनिंग भी कराई गई है और आवश्यकता पड़ने पर दूरदराज से आए लोगों को क्वांरटाईन भी किया गया है। ऐसे में पुलिस प्रशासन का लापरवाह होना कहीं ना कहीं संक्रमण को बढ़ावा देने के बराबर साबित होता नजर आ रहा है आखिरकार पुलिस प्रशासन कब तक अपना ध्यान ऐसे स्थानों पर एकत्रित करती है जहां पर लोगों की आवागमन हुआ भीड़-भाड़ अधिक हो।