ग्राम प्रधान जरूरतमंदों को नहीं उपलब्ध करा सका राहत सामग्री ग्रामीण आए आगे। 

रिपोर्ट-पंडित विजय वशिष्ठ
कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के लिए जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है वहीं जिले में कुछ प्रधान जिला प्रशासन की पूरी मेहनत पर पानी फेरने में लगे हैं। मामला मोदीनगर विधानसभा क्षेत्र ग्राम पंचायत सीकरी कला का है जिसमें ग्राम प्रधान के द्वारा लॉक डाउन के 12 दिन बीत जाने पर भी गांव के जरूरतमंद लोगों को किसी प्रकार की राहत सामग्री उपलब्ध नहीं कराई गई है।

जबसे लॉक डाउन जारी हुआ है तब से सैनी समाज के द्वारा जरूरतमंदों को भोजन की व्यवस्था की जा रही है। ग्राम प्रधान पुत्र अविनाश त्यागी के द्वारा दिनांक 28 मार्च 2020 को कुछ फोटो खाना वितरण करते हुए शेयर किए गए व 30 मार्च 2020 को एक वीडियो शेयर की गई जिसमें लोगों को खाना बांटा जा रहा था जिसकी ग्रामीणों ने खूब सराहना की लेकिन 3 अप्रैल को करीब 11 लोगों की लिस्ट भारत स्वाभिमान ट्रस्ट मोदीनगर को पहुंची जिसमें यह बताया गया कि इन लोगों के पास खाने-पीने का कोई सामान नहीं है तो यह मामला स्वाभिमान ट्रस्ट से जुड़े एक ग्रामीण प्रोफेसर के पास पहुंचा तब जाकर ग्राम प्रधान की झूठी वाहवाही का भांडा फूटा। तत्काल नेशनल सोसाइटी फॉर जस्टिस व स्वाभिमान ट्रस्ट से जुड़े ग्रामीणों ने उन 11 लोगों को सूखा राशन उपलब्ध कराया तथा जब इस बात की जानकारी ग्राम पंचायत के ग्रुप में दी गई तो ग्रामीणों में ग्राम प्रधान के प्रति रोष उत्पन्न हो गया ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान पुत्र कितना निर्लज्ज व्यक्ति है की जहां पूरा देश समाज की मदद करने में जुटा है वही प्रधान पुत्र झूठी वाहवाही लूटने में मस्त है। उधर सैनी समाज के लोगों ने भी प्रधान पुत्र की जमकर भर्त्सना की तथा बताया कि 4 बार प्रधान के घर पर गए थे लेकिन चारों बार खाली हाथ लौटना पड़ा।

प्रधान पुत्र की इन हरकतों को देख ग्रामीणों ने कहा कि भोजन की व्यवस्था ऐसे ही चलती रहेगी जैसे पहले चल रही थी आने वाली 14 तारीख तक किसी भी सामान की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी, ग्राम समाज के ग्रुप में एक अपील की गई और शाम 6:00 बजे तक करीब 2 क्विंटल आटा, आलू का कट्टा, 25 किलो टमाटर, गैस सिलेंडर आदि सामान एकत्रित हो गया। ग्राम प्रधान पुत्र ने गांव समाज के ग्रुप में अपनी किरकिरी होते देख एक कट्ठा आटा व एक रिफाइंड का टीन धर्मशाला में पहुंचा दिया।