मां बेटी की चीख,नहीं सुन रहा प्रशासन,लोगों में बढ़ता जा रहा है आक्रोश

आलापुर (अंबेडकर नगर) | थाना क्षेत्र राजेसुल्तानपुर अंतर्गत ग्राम खरुवइयां निवासी मृतक युवक सौरभ गोंड की मां और बहन को बेरहमी से पीटने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही न होने से क्षेत्रीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बीते दिनों सर्वजन आवाज पार्टी का प्रतिनिधि मंडल प्रदेश अध्यक्ष गिरिजेश मिश्रा के साथ तथा समाजवादी पार्टी की महिला सभा की अध्यक्ष श्रीमती ज्योति सागर ने पीड़ित परिवार से मिलकर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग करते हुए कहा कि यदि पुलिस मामले में लीपापोती करने का प्रयास करेगी तो इसका विरोध सड़क से सदन तक किया जाएगा। मालूम हो बीते 20 दिसम्बर को स्नेहा विश्वकर्मा का संदिग्ध परिस्थितियों में घर से 100 मीटर दूरी पर शव मिला था जिसमें ग्राम खरवइया निवासी सौरभ गोंड का नाम आ रहा था। घटना के चौथे दिन सौरभ गोंड का शव अंबेडकर नगर से सटे ग्राम नंदना आजमगढ़ में संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटकता हुआ पाया गया। दोनों घटनाओं के तार आपस में जुड़े होने के बावजूद पुलिस की निष्क्रियता सामने आई 20 तारीख को स्नेहा विश्वकर्मा का शव निवासी ग्राम चोरमरा पदुमपुर नसीरुद्दीन पट्टी घर के बगल जल जीवन मिशन द्वारा बनाई गई पानी की टंकी के बगल पाया गया था जिसमें पुलिस छानबीन कर ही रही थी और घटना में सौरभ गोंड के संलिप्त होने की शंका व्यक्त की गई थी। सौरभ गोंड का शव पेड़ से लटकता हुआ पाया गया घटना हत्या है या आत्महत्या है यह तो पुलिस की विवेचना में साफ हो पाएगा परंतु प्रेमिका के शव मिलने के चौथे दिन प्रेमी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पेड़ से लटकता हुआ पाया गया यह पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है । सौरभ के परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल है सौरभ के घर पर कोहराम मचा हुआ है वही सौरभ की मां और बहन द्वारा स्नेहा के शव मिलने के बाद पूछताछ के लिए थाने पर ले जाकर मृतक सौरभ की मां मालती देवी और उसकी बहन अंशू उर्फ अंतिमा के साथ मारपीट करने का आरोप थाने में तैनात एक दरोगा के ऊपर लगाया जा रहा है। रोते बिलखते परिजनों ने पुलिसिया उत्पीड़न की कहानी बयां करते हुए अपनी चोट को पत्रकारों को दिखाए जिसे देखने पर लगता है कि पुलिस मां और बेटी के साथ ज्यादती की है उनके शरीर पर चोटों के निशान है और काले पड़े हुए हैं। सौरभ का शव मिलने के बाद तहसीलदार आलापुर एवं क्षेत्राधिकारी आलापुर ने परिजनों को आश्वस्त किया था कि सौरभ की मां और बहन के साथ मारपीट करने वाले दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही की जाएगी तब जाकर मृतक सौरभ के परिजन शव का अन्तिम संस्कार किया था। परन्तु घटना के चार दिन बीतने के बाद भी अभी तक न तो चोटिल मां और बेटी का डाक्टरी परीक्षण कराया गया न ही कोई कार्यवाही हुई। घटना की जांच क्षेत्राधिकारी आलापुर कर रहे हैं मां और बेटी की चीख जांच पड़ताल में गुम हो जायेगी या दोनों को न्याय मिलेगा लोग सोचने पर विवश है। अखिल भारत वर्षीय गोंड महासभा एवं आदिवासी गोंड महासभा के पदाधिकारियों ने भी पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।