पंजाब डेस्क। ब्रिटिश काल में निर्मित पुराने, संकरे और जर्जर ढांचे के स्थान पर नए रेगो पुल के निर्माण का काम प्रगति पर है।

ब्रिटिश काल में निर्मित पुराने, संकरे और जर्जर ढांचे के स्थान पर नए रेगो पुल के निर्माण का काम प्रगति पर है।

रेलवे ट्रैक के ऊपर बने रेगोब्रिज का पुनर्निर्माण आसान काम नहीं रहा है। इस कार्य को पूरा करने में कई पूर्व-निर्माण संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। मौजूदा पुल को तोड़ने से पहले पीएसपीसीएल से संबंधित कई 11 केवी बिजली लाइन केबलों को स्थानांतरित करना आवश्यक था। इसके अलावा, सैन्य प्रतिष्ठान से संबंधित कई ऑप्टिकल फाइबर केबल और रेलवे सेवाओं से संबंधित अन्य कई उपयोगिताओं को भी स्थानांतरित करना पड़ा, जिनमें सीवर लाइनें, जल आपूर्ति पाइपलाइनें, सिग्नल और दूरसंचार केबल, टीआरडी पोर्टल/मस्तूल स्थानांतरण, सेवा भवनों का स्थानांतरण आदि शामिल हैं। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए डायमंड कोर कटर की सहायता से मौजूदा डेक स्लैब को हटाया गया, जिसके बाद सड़क क्रेन की मदद से स्टील गर्डर्स को अलग किया गया। अब तक लगभग सभी उपयोगिताओं को स्थानांतरित कर दिया गया है।सभी संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। नए पुल के आधारभूत ढांचे की ढलाई के साथ-साथ ऊपरी ढांचे के धनुषाकार गर्डरों के निर्माण का कार्य भी समानांतर रूप से चल रहा है। कार्य को शीघ्र पूरा करने के सभी प्रयासों के चलते, कार्य के पूरा होने की लक्षित तिथि अक्टूबर-26 निर्धारित की गई है।

शुभमखुराना डीवाई सीई/सी/जेयूसी