सनातन जन हित सेवा समिति की विशाल बैठक, 100 से अधिक नए कार्यकर्ता जुड़े, सनातन रक्षा को लेकर हुंकार

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सनातन जन हित सेवा समिति द्वारा एक विशाल और प्रभावशाली बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें एक सैकड़ा से अधिक नए कार्यकर्ताओं ने संगठन की सदस्यता ग्रहण की। बैठक का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म की रक्षा, संरक्षण और उसके मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाना रहा। कार्यक्रम में सनातन संस्कृति, परंपराओं और राष्ट्रहित में उसकी भूमिका पर गंभीर मंथन किया गया।

प्रदेश अध्यक्ष दिनेश भदौरिया ने अपने संबोधन में कहा कि आज सनातन धर्म पर निरंतर प्रहार हो रहे हैं, ऐसे में इसे बचाने के लिए समाज को एकजुट होना होगा। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की सम्पूर्ण पद्धति है। सनातन हर कण में विद्यमान है और इसकी रक्षा से ही राष्ट्र, समाज और संस्कृति सुरक्षित रह सकती है।

बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत ब्रह्मचेतन गिरी जी महाराज ने की। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ने सदियों से राष्ट्र को दिशा दी है और आज फिर इसे सशक्त बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे गांव-गांव, घर-घर जाकर सनातन के विचारों का प्रचार करें और समाज को संगठित करें।

इस मौके पर आशीष सिंह ने कहा कि सनातन धर्म हमारी पहचान और आत्मा है, जिसे समझना और बचाना हर नागरिक का कर्तव्य है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष अधिवक्ता प्रकोष्ठ गौरव सिंह ने कहा कि यदि सनातन धर्म सुरक्षित रहेगा तभी देश की सांस्कृतिक विरासत सुरक्षित रह पाएगी। उन्होंने संगठन के माध्यम से जनहित और धर्मरक्षा के कार्यों को और तेज करने की बात कही।

बैठक में बड़ी संख्या में कमलेश शुक्ला,अनुज चौहान,प्रशांत सिंह सहित अन्य पदाधिकारी,कार्यकर्ता और श्रद्धालु उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सनातन धर्म की रक्षा, राष्ट्रहित और संगठन विस्तार के लिए एकजुट होकर कार्य करने का संकल्प लिया।