करहल में मनाया गया भारत रत्न एवं स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती एवं विश्व दिव्यांग दिवस मनाया

करहल में मनाया गया भारत रत्न एवं स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती एवं विश्व दिव्यांग दिवस मनाया

करहल। नगर के संत विवेकानंद ग्रुप आफ स्कूल के संत विवेकानंद सीनियर सेकेंडरी स्कूल ,संत विवेकानंद पब्लिक स्कूल, सेंट वी पी एस एवं संत विवेकानंद किड्स स्कूल

में आज भारत रत्न एवं स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती एवं विश्व दिव्यांग दिवस मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय में पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर विद्यालय के निदेशक डॉ जे पी यादव एवं प्रबंधक सरिता सिंह ने पुष्पांजलि अर्पित कर की।

निदेशक डॉ जे पी यादव ने डॉ राजेंद्र प्रसाद जी के जीवन, व्यक्तित्व एवं स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के बारे में बताया कि हमें डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद की जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। इसके बाद विश्व दिव्यांग दिवस की थीम पर विद्यार्थियों ने आकर्षक और संदेशपूर्ण पोस्टर तैयार किए। पोस्टरों में दिव्यांगजनों के अधिकार, समान अवसर और समावेशन के संदेश प्रमुखता से बच्चों ने दर्शाए। विद्यालय के निदेशक डॉ जे पी यादव ने छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम से छात्रों में रचनात्मकता के साथ-साथ सामाजिक संवेदनशीलता को भी बढ़ाते हैं। और बताया दिव्यांगता कई प्रकार की होती है सरकारें दिव्यांगों के लिए प्रमाण पत्र जारी करती जिसपर अनेक प्रकार की सुविधाएं मिलती , साथ ही नौकरी ,सफर इत्यादि में आरक्षण की भी सुविधा होती है ।दिव्यांग जन हमारे समाज के हिस्सा है हम सबको इनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए। अगर कहीं दिव्यांग मिले तो उन्हें सरकार द्वारा मिलने वाली दिव्यांग पेंशन,आरक्षण प्रमाण पत्र , जरूरत के उपकरण आदि के बारे में जानकारी अवश्य दें दिव्यांगता हाथ,पैर, मूकबधिर , श्रवण ही नहीं ये 21प्रकार दियांगता होती जिसको विस्तार से समझाया l विद्यालय के पूर्व शिक्षक देवेश अवस्थी जी का माल्यार्पण डालकर सम्मान किया । और बताया कि जो दिव्यांग अपने को कमजोर मानते हैं और यह कहते मैं तो दिव्यांग हूं मैं कुछ कर नहीं सकता इसे लोग अवस्थी जी से प्रेरणा लेनी चाहिए । अवस्थी जी ने विधालय में सेवा देकर अपनी पढ़ाई को भी जारी रखा और बाद में जूनियर स्कूल में अध्यापक बने। ऐसे ही ईमानदार लग्नशीलअध्यापक का आज मैं सम्मान करता हूं।

इस अवसर देवेश अवस्थी ने संबोधित करते हुए बताया कि मेरे आदर्श ,मार्गदर्शक आदरणीय डॉक्टर जेपी यादव का मै बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने आज दिव्यांग दिवस पर मुझे सम्मानित कर मेरा हौसला बढ़ाया और मुझे एहसास कराया कि आप किसी से कम नहीं हो मैने इस संस्था में कई साल कार्य किया मुझे कभी भी ऐसा नहीं लगा मैं दिव्यांग हूं। जिसका श्रेय आदरणीय निदेशक जी का है ।और कहा कि निदेशक जी बहुत ही सरल स्वभाव एवं व्यक्तित्व के धनी इंसान है जिसका जीता जागता उदाहरण आज का ही है । मैं जो भी हूं वह आज इस विद्यालय से सीखकर ही बना हूं ,मै पुनः दिल की अतल गहराइयों से आभार व्यक्त करता हूं।

इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य चंद्रजीत सिंह सोहित कुमार सुधीर कुमार अखिलेश कुमार हरिसर यादव धर्मेंद्र कुमार ,बिजेंद्र कुमार सचिन कश्यप ,विजय राठौर प्रफुल्ल सिंह चौहान सुनील कुमार, नन्दकिशोर,महावीर, पुष्पेंद्र कुमार,अनूप,बिकेश,संकेत,सुरेंद्र कनौजिया,नजमा ,मनीषा स्नेहा,सोनी,गजाला ,, रीता, आकांक्षा,दीक्षा जैन,ज्योति,अर्चना, स्तुति ,रुचि,आदि अध्यापक अध्यापिकाएं उपस्थित रहे।