मुंगेली में धान खरीदी पर संकट गहराया,धान उठाव के लिए डी ओ नही कट रहा है भंडारण स्थल में बफर लिमिट से अधिक धान जमा

मुंगेली । छत्तीसगढ़ शासन द्वारा जारी धान खरीदी के तहत मुंगेली जिले के विभिन्न धान उपार्जन केंद्रों में किसानों से लगातार धान खरीदी की जा रही है, लेकिन कई केंद्रों से जिस समस्या की आशंका जताई जा रही थी, वह अब हकीकत बनकर सामने आ रही है। उपार्जन केंद्रों में धान का उठाव रुकने के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर होती दिख रही है। कई धान केंद्र बफर क्षमता से ज़्यादा भर चुके हैं, धान की ढेरी बफर जोन के बाहर तक फैल चुकी है, और किसानों की लंबी लाइनें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
धान खरीदी केंद्रों के प्रभारियों ने बताया कि यदि आने वाले सप्ताह में उठाव शुरू नहीं हुआ, तो किसानों को गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लाइन, भंडारण की कमी और मौसम के बदलते मिज़ाज किसानों की चिंता और बढ़ा देगी। कई किसानों ने कहा कि अगर धान भीग गया या खराब हुआ, तो इसका ज़िम्मेदार कौन होगा?
इस बीच, कुछ उपार्जन केंद्रों से दबी जुबान में एक बड़ी जानकारी सामने आई है कि इस बार धान का उठाव सीधे उपार्जन केंद्रों से नीलामी के आधार पर किया जा सकता है और भंडारण के लिए विशेष तैयारी जारी है। अगर यह सच है, तो यह पूरी प्रक्रिया पर सवाल खड़े करती है और यह व्यवस्था वर्षों से चली आ रही पारंपरिक प्रणाली से बिल्कुल अलग होगी। पूरा मामला जानने के लिए संबंधित अधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन किसी कारण बात नहीं हो सकी। जमीन पर हालात यह हैं, बफर जोन में जगह नहीं, केंद्रों में धान का पहाड़, उठाव पूरी तरह रुका हुआ और किसान परेशान। यदि जल्द समाधान नहीं निकला, तो मुंगेली का यह मामला प्रदेशभर में किसानों की बड़ी समस्या के रूप में उभर सकता है।