छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) लागू करने की आवश्यकता: प्रोफेसर डॉ. संजीव* 


रायपुर! सर्व समाज समन्वय महासभा के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ संजीव ने बताया कि सर्व समाज समन्वय महासभा, छत्तीसगढ़ ने राज्य में राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) लागू करने की दिशा में सक्रिय कार्यवाही शुरू कर दी है। वर्तमान में देखा गया है कि राज्य के कुछ आदिवासी क्षेत्रों में बाहरी लोग आकर बस रहे हैं, जो न केवल स्थानीय संस्कृति और परंपरा पर प्रभाव डाल रहे हैं, बल्कि आदिवासियों के साथ विवाह करके संपत्ति अर्जित कर रहे हैं। इनमें कुछ लोग ऐसे भी हैं जो भारतीय नागरिक नहीं हैं। ऐसे परिदृश्य में NRC की भूमिका विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाती है। NRC से राज्य में रहने वाले सभी वैध नागरिकों की पहचान सुनिश्चित होगी, अवैध प्रवासियों की पहचान और नियंत्रण संभव होगा, और स्थानीय आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित होगी। इसके अलावा, राज्य में कानून व्यवस्था और सुरक्षा सुदृढ़ होगी, सरकारी योजनाओं और संसाधनों का वितरण वास्तविक और वैध नागरिकों तक पहुंचेगा, और राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के बीच नागरिक डेटा का सामंजस्य स्थापित होगा। NRC के सफल कार्यान्वयन से छत्तीसगढ़ राज्य सामाजिक समरसता, सुरक्षा और न्यायसंगत प्रशासन के आदर्श राज्य के रूप में उभर सकता है।