पयागपुर में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की जयंती मनाई गई, जनसुरक्षा की अपील।

पयागपुर (बहराइच)। महान अर्थशास्त्री, सादगी और ईमानदारी के प्रतीक, पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की 93वीं जयंती 26 सितंबर को पयागपुर के शिवदहा मोड़ पर कांग्रेस जनों द्वारा मनाई गई। यह कार्यक्रम कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विभाग के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष श्री सचिन कुमार रावत के संयोजकत्व में आयोजित किया गया, जहाँ उपस्थित लोगों ने डॉ. सिंह को नमन किया और उनके कृतित्व तथा व्यक्तित्व पर विस्तार से चर्चा की।

​जनसुरक्षा और पुलिस कार्रवाई पर जोर

​इस अवसर पर कांग्रेस जनों ने क्षेत्र में चोरों के बढ़ते आतंक पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए शासन और प्रशासन से भयग्रस्त जनता को हर संभव मदद और सुरक्षा प्रदान करने की पुरजोर अपील की। लोगों को जागरूक और सतर्क करने के उद्देश्य से जनसुरक्षा संकल्प पत्र पर उपस्थित लोगों ने हस्ताक्षर भी किए, जिसके माध्यम से गांव और क्षेत्र स्तर पर लोगों को सतर्क रहने का आह्वान किया गया।

​डॉ. मनमोहन सिंह के जनहितकारी कार्यों का स्मरण

​कांग्रेस नेता विनय सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए डॉ. मन मनमोहन सिंह के कुशल नेतृत्व में चलाई गई जनहितकारी योजनाओं का स्मरण किया। उन्होंने बताया कि डॉ. सिंह के कार्यकाल में किसानों को 71,000 करोड़ रुपए का कर्ज मुक्त किया गया था। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत गरीबों को राशन, मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार, सूचना का अधिकार (RTI) से सरकार में पारदर्शिता और जवाबदेही, तथा शिक्षा का अधिकार के तहत बच्चों को मुफ्त किताबें, ड्रेस, मध्याह्न भोजन और छात्रवृत्ति जैसी योजनाएं शुरू कर सभी वर्गों को लाभान्वित किया गया था। उन्होंने डॉ. सिंह को विश्वविख्यात महान अर्थशास्त्री बताते हुए कहा कि आज भी भारतीय नोटों पर उनके हस्ताक्षर अंकित पाए जाते हैं।

​पुलिस को स्थानीय सहयोग और रणनीति बदलने की सलाह

​विनय सिंह ने स्थानीय पुलिस प्रशासन को चोरी और अराजकता पर नियंत्रण पाने के लिए एक महत्वपूर्ण सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि घटना स्थल पर जाने से पूर्व हूटर का प्रयोग न करें, ताकि अपराधियों को पुलिस के आने की भनक न लग सके। साथ ही, उन्होंने स्थानीय जनमानस का सहयोग प्राप्त करने हेतु ग्राम सुरक्षा इकाई को मजबूत कर अच्छे कार्य करने वाले सहयोगियों को प्रोत्साहन और सम्मानित करने पर भी जोर दिया।

​उन्होंने कहा कि देश और समाज में व्याप्त जंगलराज और ध्वस्त कानून व्यवस्था पर वर्तमान शासन का 'सूरदास' बने रहना और जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का 'मूकदर्शक' रहना कहीं न कहीं अकर्मण्यता का परिचायक है।

​इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष इंद्र कुमार यादव, नंद कुमार रावत, रमेश श्रीवास्तव, मोलहूराम बौद्ध, बड़कऊ कोरी, मेहीलाल चौहान, विजय रावत, गौतम मिश्रा, नसीम इदरीसी, केशरी पासवान, सरदार राम प्रताप सिंह सहित कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए।