पैसों के लालच में दर्जी बना तस्कर, साथी संग 60 लाख की अफीम–स्मैक के साथ गिरफ्तार, कबूला ये सच

बरेली। नवरात्रि की पूर्व संध्या पर बारादरी पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने 60 लाख रुपये कीमत की अफीम और स्मैक की खेप के साथ दो कुख्यात तस्करों को दबोच लिया। जबकि गिरोह के तीन साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से भाग निकले। पुलिस अब उनकी तलाश में दबिश दे रही है। एसपी सिटी मानुष पारीक ने सोमवार को खुलासा करते हुए बताया कि थाना बारादरी पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि पुराना रेलवे ग्राउंड के सुनसान इलाके में नशे की बड़ी खेप खपाने की तैयारी हो रही है। चौकी मॉडल टाउन प्रभारी जितेंद्र कुमार की टीम ने घेराबंदी कर दबिश दी तो अफरा-तफरी मच गई। मौके से दो तस्कर साजिद और रेहान को दबोच लिया गया, जबकि उनके तीन साथी भागने में सफल हो गए। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उनकी तलाशी ली तो 900 ग्राम अफीम, 200 ग्राम स्मैक और 3.5 किलो कट पाउडर बरामद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत करीब 60 लाख रुपये है। इसके अलावा दो बाइक, 94 हजार रुपये नकद और पांच मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि साजिद शीशगढ़ का रहने वाला है। पहले दर्जी का काम करता था, लेकिन नन्हें नामक तस्कर के संपर्क में आने के बाद उसने नशे का धंधा शुरू कर दिया। अच्छे पैसे कमाने के बाद उसने बरेली के फईक एन्क्लेव में तीन मंजिला मकान भी बना लिया। वहीं दूसरा आरोपी रेहान बहेड़ी का है और पहले भी दो बार एनडीपीएस एक्ट में जेल जा चुका है। दोनों मिलकर झारखंड और मणिपुर से अफीम?स्मैक मंगाते और पंजाब, हरियाणा, दिल्ली व उत्तराखंड तक सप्लाई करते थे।पुलिस के मुताबिक, फरार तीन तस्करों में नन्हें और उसका बेटा रोहित उर्फ शोएब शामिल हैं, जो इस पूरे नेटवर्क के मास्टरमाइंड बताए जा रहे हैं। इनके अलावा आरिफ नाम का तस्कर भी पुलिस की पकड़ से बाहर है, जो नशे का सामान अलग-अलग राज्यों में पहुंचाता था।गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में थाना प्रभारी धनंजय पांडेय, चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार, उपनिरीक्षक राजीव प्रकाश समेत कई सिपाही शामिल रहे। एसपी सिटी मानुष पारीक का कहना है कि फरार तस्करों को जल्द गिरफ्तार कर गिरोह की जड़ तक पहुंचा जाएगा। साथ ही, तस्करी से कमाई गई संपत्ति की जांच कर उसे कुर्क करने की भी तैयारी की जा रही है।