स्वामी चिन्मयानंद को कोर्ट ने दी जमानत इसके बाबजूद  पोस्टर लगाकर विपक्ष कर रहा ओछी हरकत

स्वामी चिन्मयानंद को कोर्ट ने दी जमानत इसके बाबजूद पोस्टर लगाकर विपक्ष कर रहा ओछी हरकत
दंगा जेहादियों के साथ सपा नेता ने लगाए स्वामी जी के पोस्टर

(अनुराग मिश्रा)
शाहजहांपुर। अभी हाल ही में हुए स्वामी चिन्मयानंद मामले में प्रयागराज हाईकोर्ट ने उनको जमानत दे दी थी। लखनऊ में दंगा जेहादियों से वसूली के लिए सरकार ने जब उनके पोस्टर लगाए तो समाजवादी पार्टी ने स्वामी चिन्मयानंद और कुलदीप सेंगर के पोस्टर लखनऊ में लगाए उन पोस्टरों के मुताबिक स्वामी चिन्मयानंद और कुलदीप सेंगर को बलात्कारी बताया गया है जबकि कुलदीप सेंगर को कोर्ट दोषी करार दे चुका है और स्वामी चिन्मयानंद पर दोष साबित न होने पर कोर्ट जमानत दे चुका है। उसके बाबजूद सपा कार्यकर्ताओं द्वारा स्वामी चिन्मयानंद के पोस्टर लगाना सपा नेताओं की ओछी मानसिकता दर्शाता है। सपा कार्यकर्ताओं ने स्वामी जी को बलात्कारी बताते हुए उनके पोस्टर चस्पा कर दिये जबकि मामला ब्लैकमेलिंग और रंगदारी का था जबकि रंगदारी मामले में कोर्ट स्वामी चिन्मयानंद को जमानत दे चुका है।
स्वामी चिन्मयानंद पर उन्ही के कॉलेज की एक लड़की ने उत्पीड़न का आरोप लगाकर 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी जिसको लेकर विपक्ष हमलावर हुआ तो कोर्ट ने स्वामी चिन्मयानंद को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था कई महीने तक चली सुनवाई में प्रयागराज हाईकोर्ट द्वारा स्वामी चिन्मयानंद को जमानत दे दी गई ।
वहीं जब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नही बचा तो अब वह फिर से स्वामी चिन्मयानंद को लेकर चर्चा में आने को प्रोपोगंडा रच रहे हैं।
सुर्खियों में आने के लिए विपक्ष हमेशा से ओछी मानसिकता का इस्तेमाल करते आये हैं वहीं सपा के नेता आजम खां को कोर्ट ने दोषी करार दिया तो सपा मुखिया अखिलेश यादव और उनके समर्थकों ने कोर्ट के फैंसले को ही मानने से इनकार कर दिया और कहा कि सपा की सरकार आने पर एक एक बात का बदला लिया जायेगा।सपा बसपा ने हमेशा से बदले की भावना से काम किया जिसका नतीजा यह निकला कि बसपा पूर्णतया समाप्त होने की और है। वहीँ आने बाले समय मे सपा भी समाप्ति की और बढ़ रही है।