महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे ने अहमदाबाद मंडल के दो कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया

महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे ने अहमदाबाद मंडल के दो कर्मचारियों को संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया

रेलवे के संचालन में संरक्षा सर्वोपरि होती है और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक कर्मचारी की सजगता एवं सतर्कता अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने अहमदाबाद मंडल के दो रेल कर्मचारियों को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए संरक्षा पुरस्कार से सम्मानित किया। ये पुरस्कार जून एवं जुलाई 2025 के दौरान ड्यूटी पर रहते हुए सतर्कता दिखाने और संभावित दुर्घटनाओं को समय रहते टालने में अहम भूमिका निभाने के लिए प्रदान किए गए।

पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मचारी (1)रामकेश मीना, पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल के ?डीसा? में सीनियर ट्रैकमेंटेनर के पद पर कार्यरत हैं। दिनांक 28 जुलाई 2025 को ड्यूटी पर तैनात थे। इस दौरान, उन्होंने अपने नियमित पेट्रोलिंग कार्य के दौरान व्हील से चिंगारी निकलते हुए देखा।

संरक्षा की दृष्टि से बड़ी समस्या है, जो रेल की पटरी पर अधिक घर्षण या ब्रेक लगने से उत्पन्न होता है और अगर समय पर इसका समाधान नहीं किया जाए, तो यह बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। श्री मीना ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए बिना समय गंवाए अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी। जिससे संरक्षा की दृष्टि से आवश्यक कार्रवाई की जा सकी।

उनकी यह तत्परता, विवेकशीलता और जिम्मेदारी का परिचायक है, जिसकी बदौलत एक संभावित रेल दुर्घटना को रोका जा सका। श्री मीना का कार्य न केवल सराहनीय है, बल्कि यह अन्य फील्ड कर्मचारियों के लिए एक आदर्श उदाहरण भी है।

(2)अरुण कुमार, पश्चिम रेलवे के कोचिंग डिपो कांकरिया में टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं। दिनांक 26 जुलाई 2025 को, जब वे एक्सल बॉक्स बेयरिंग की नियमित तापमान निगरानी का कार्य कर रहे थे, तब उन्होंने कोच संख्या 233941 के एक्सल संख्या 03 पर असामान्य तापमान वृद्धि दर्ज की। एक्सल बॉक्स का अत्यधिक गर्म होना या 'हॉट एक्सल' की स्थिति रेल परिचालन के लिए अत्यंत घातक सिद्ध हो सकती है। श्री अरुण कुमार ने इस संभावित खतरे को भांपते हुए बिना किसी देरी के ट्रेन के प्रभारी को इसकी जानकारी दी। उनकी त्वरित सूचना पर आवश्यक सावधानियाँ बरती गईं और गाड़ी को सुरक्षित रूप से परिचालित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए। वापसी यात्रा के दौरान भी उन्होंने लगातार उस कोच के तापमान की निगरानी की। उनकी निरंतर निगरानी और सजगता ने एक्सल को अधिक गर्म होने से रोका और एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया।महाप्रबंधक विवेक कुमार गुप्ता ने दोनों कर्मचारियों की सतर्कता और समर्पण की प्रशंसा करते हुए कहा कि"इन कर्मचारियों ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन न केवल ईमानदारी और लगन से किया, बल्कि रेलवे संरक्षा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का भी परिचय दिया। ब्रेक बाइंडिंग, हॉट एक्सल जैसे संभावित जोखिमों को समय रहते पहचानकर उन्होंने हजारों यात्रियों की जान-माल की रक्षा सुनिश्चित की है। यह समर्पण और सजगता समस्त रेलवे कर्मचारियों के लिए एक प्रेरणा है।पश्चिम रेलवे को अपने ऐसे कर्मचारियों पर गर्व है, जो विषम परिस्थितियों में भी धैर्य और समझदारी के साथ कार्य करते हैं और रेल संचालन की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना है, बल्कि यह पश्चिम रेलवे की उस संस्कृति को भी प्रतिबिंबित करता है, जहाँ संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है।