बीकानेर से लालगढ़ रेल मार्ग के दोहरीकरण को मिली मंजूरी

बीकानेर से लालगढ़ रेल मार्ग के दोहरीकरण को मिली मंजूरी

अश्विनी वैष्णव,रेल मंत्री ने अर्जुन राम मेघवाल,विधि एवं न्याय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को जानकारी प्रदान की

तीव्र और सुगम रेल परिवहन को मिलेगी गति

लाइन क्षमता में वद्धि होगी, अधिक ट्रेनों का संचालन होगा संभव

उत्तर पश्चिम रेलवे के महत्वपूर्ण रेल मार्ग बीकानेर ईस्ट केबिन से लालगढ़,11.08 किलोमीटर रेल मार्ग के दोहरीकरण को मंजूरी प्रदान की गई है।अश्विनी वैष्णव,रेल सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भारत सरकार ने बीकानेर के लिए महत्वपूर्ण इस परियोजना को मंजूरी देकर क्षेत्रवासियों के लिए सौगात प्रदान की।

बीकानेर ईस्ट केबिन-लालगढ़, 11.08 किलोमीटर रेल मार्ग का दोहरीकरण कार्य 278.63 करोड़ रूपए की लागत से स्वीकृत किया गया है। इस मार्ग के दोहरीकरण होने से लाइन क्षमता में बढ़ोतरी होगी तथा अधिक ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा साथ ही ट्रेनों की गति में भी वृद्वि होगी। इस रेल मार्ग के दोहरीकरण होने से अधिक माल लदान के परिवहन में मदद मिलेगी और क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।

बीकानेर के जूनागढ़, गजनेर किला, देशनोक मन्दिर तथा कैमल सफारी के लिए प्रतिवर्ष यहाँ भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। बीकानेर में स्थित राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र भी आकर्षण का केन्द्र है। बीकानेर जिले के खाजूवाला के निकट पाकिस्तान से लगने वाली अन्तर्राष्ट्रीय सीमा भी आती है, जिसके कारण इस क्षेत्र का सामरिक रूप से भी महत्व है। इस रेल मार्ग के दोहरीकरण से पर्यटन से जुड़े रोज़गार के अवसरों में वृद्धि होगी तथा सैनिकों को आवागमन में भी सुविधा होगी। साथ ही बीकानेर स्टेशन पर 6 प्लेटफॉर्म पर बाहर से ट्रेनों के आवागमन के लिए 1 लाइन ही उपलब्ध रहती है अब दोहरीकरण होने से बीकानेर से लालगढ़ की ओर 2 लाइन की उपलब्धता बनी रहेगी।