डीजे की धून पर गौरीशंकर मंदिर से निकली शिवजी की बारात

रायगढ़। श्रावण माह के अंतिम सोमवारी को लेकर शिव मंदिरों में जोर-शोर से तैयारी की गई है। साथ ही एक दिन पहले शहर में शिवजी की बारात निकाली गई, जो मुख्य चौक-चौराहों से होते हुए राजापारा स्थिति सम्मलाई मंदिर पहुंची, जहां भोलेनाथ की भव्य स्वागत किया गया।

उल्लेखनीय है कि श्रावण माह को लेकर पूरा शहर शिवमय नजर आ रहा है, ऐसे में अब श्रावण माह का अंतिम सोमवार होने के कारण जहां शिवालयों में भक्तों के लिए विशेष तैयारी की गई तो वहीं कई जगह अल सुबह से ही पंचाक्षरी मंत्रों का जाप शुरू होगा, जिसकी तैयारी एक दिन पहले से ही कर ली गई है। वहीं विगत एक अगस्त से राजापारा स्थित समलाई मंदिर में अखंड ऊं नम: शिवाय का जाप चल रहा है जो अगले 8 अगस्त तक चलेगा। इससे रविवार को शिव भक्तों ने शहर के प्राचीन गौरीशंकर मंदिर से डीजे की धून पर शिवजी की बारात निकाली, जिसमें शहर के शिव भक्त महिला-पुरुष व बच्चे नाचते-गाते बारात में शामिल हुए थे, यह बारात मंदिर चौक से निकलकर शहर के रामनिवास टाकीज चौक, सुभाष चौक, गद्दी चौक होते हुए चांदनी चौक फिर देर शाम राजापारा स्थित समालाई मंदिर पहुंची, भोलेनाथ का भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान समिति के सदस्यों ने बताया कि यहां दो दिन पहले से ही अखंड ऊं नम: शिवाय का जाप चल रहा है, इससे भोलेनाथ को यहां स्थापित कर अगले 8 अगस्त तक चलेगा, इसके बाद अभिमंत्रित रुद्राक्ष का वितरण किया गया जाएगा। समलाई मंदिर में चल रहे अखंड ओम नम: शिवाय के जाप में हर दिन शहरवासियों की बड़ी संख्या में भीड़ पहुंच रही है।

पूरा शहर हो गया था शिवमय

रविवार शाम को शिवजी की बारात निकालने की तैयारी से पहले मंदिर चौक में डीजे की धून बचते ही बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंच गए थे, जो भोलेनाथ का मंदिर के गेट पर भव्य स्वागत किया इसके बाद भेलेनाथ को पालकी में बैठाकर निकाला गया, जिससे भक्त बोल बम व ऊं नम: शिवाय के जयकारे से स्वागत किया। साथ ही शहर की सडक़ों से नाचते गाते- समालाई मंदिर तक पहुंचे। इस दौरान पुलिस की चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था की गई थी।

रेलवे स्टेशन में रहा कांवडिय़ों की भीड़

उल्लेखनीय है कि श्रावण माह का अंतिम सोमवार होने के कारण रविवार को सुबह से ही रेलवे स्टेशन में भीड़-भाड़ का माहौल देखने को मिला। इस दौरान शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में कांवडिय़ों का जत्था पहुंचा था, जो ट्रेन आते ही चडऩे के लिए धक्का-मुक्की शुरू हो गया। इस दौरान ट्रेन में जगह नहीं मिलने के कारण गेट तक लटक गए थे, जिससे यह भय सताने लगा था कि कहीं ट्रेन चालू होने पर कोई गिर न जाए, जिससे आरपीएफ व जीआरपी की टीम द्वारा इनको काफी समझाईश देते हुए, गेट पर लटके यात्रियों को नीचे उतारा गया, तब जाकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना हुई।

आम यात्रियों को हुई समस्या

रविवार को दूर-दराज सफर करने वाले यात्री पहले से टिकट कराकर सवार हुए थे ताकि आराम से सफर कर पाएंगे, लेकिन कावंडिय़ों के चलते इनको खुद के सीट पर बैठने की जगह नहीं मिलना मुश्किल हो गया था, इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान कई यात्रियों द्वारा इसकी शिकायत भी की गई, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में भीड़ चढ़ जाने के कारण इनको किसी प्रकार की राहत नहीं मिल सकी, जिससे पूरी सफर इनको परेशानी का सामना करना पड़ा।

आज घोघड़ धाम में करेंगे जलाभिषेक

शिव भक्तों ने बताया कि राउरकेला के घोघड़धाम में जलाभिषेक करना है, जिसके चलते एक दिन पहले यहां से रवाना हो रहे हैं। साथ ही कांवडिय़ों ने बताया कि रविवार शाम करीब चार बजे ट्रेन से उतरेंगे, इसके बाद पानपोस में स्नान कर जल उठाएंगे और पूरी रात करीब 40 किमी पैदल यात्रा कर सोमवार को सुबह घोघड़ धाम पहुंचेगे और वहां भोलेनाथ को जलाभिषेक करेंगे। उसके बाद फिर दोपहर को वहां से रायगढ़ के निकलेंगे और रात तक पहुंच जाएंगे।

पंचाक्षरी मंत्रों से गूंजेगा शिवालय

शहर के गौरीशंकर मंदिर, निकले महादेव मंदिर सहित अन्य जगहों में सोमवार को सुबह से ही पंचाक्षरी मंत्र सुबह से ही शुरू हो जाएगा, जिसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है, मंदिर के पुजारियों ने बताया कि श्रावण माह तो वैसे 9 अगस्त तक रहेगा, लेकिन यह अंतिम सामवार है, जिसको भोलेनाथ के लिए प्रिय दिन माना जाता है, जिसके चलते हर शिव मंदिरों में सुबह से ही अखंड पंचाक्षरी मंत्रों का जाप होगा। वहीं कोसमनारा स्थित बाबा धाम में भक्तों की भीड़ को देखते हुए पुलिस व्यवस्था के साथ तैयारी की गई है। ताकि यहां आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।