जोनल रेल मुख्यालय में मुंशी प्रेमचंद की 145वीं जयंती एवं हिंदी कार्यशाला संपन्न

जोनल रेल मुख्यालय में मुंशी प्रेमचंद की 145वीं जयंती एवं हिंदी कार्यशाला संपन्न

बिलासपुर,राजभाषा विभाग, प्रधान कार्यालय, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर द्वारा हिंदी साहित्य के कथा सम्राट एवं उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की 145वीं जयंती का आयोजन किया गया । इस अवसर पर श्री शिवशंकर लकड़ा, मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं मुख्य सामग्री प्रबंधक - ।,बिलासपुर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे । कार्यक्रम का शुभारंभ शिवशंकर लकड़ा, मुख्य राजभाषा अधिकारी तथा राजेश कुमार तिवारी, वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी एवं वरिष्ठ सामग्री प्रबंधक द्वारा दीप प्रज्ज्वलन तथा मुंशी प्रेमचंद के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया ।

मुंशी प्रेमचंद की 145वीं जयंती के उपलक्ष्य में बहुमुखी प्रतिभा संपन्न साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद का साहित्यिक परिचय देते हुए उनकी कहानी, उपन्यास, निबंध एवं नाटक के क्षेत्र में उत्कृष्ट सहित्य पर उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा चर्चा की गई । इस अवसर पर मुंशी प्रेमचंद द्वारा रचित बड़े घर की बेटी, नमक का दरोगा, सत्याग्रह, कफन, शतरंज के खिलाडी, पंच परमेश्वर, बूढ़ी काकी, ईदगाह, पूस की रात, सवा सेर गेहूँ आदि रचनाओं पर भी संक्षिप्त चर्चा की गई ।

इसके पश्चात आयोजित हिंदी कार्यशाला में राजभाषा विभाग के वरिष्ठ अनुवादक श्री पीताम्बर लाल जाटवर ने कहा कि हाल ही में रेलवे बोर्ड द्वारा तिमाही प्रगति रिपोर्ट के प्रोफार्मा में संशोधन किया गया है, जिसके विभिन्न मदों के आधार पर नई मासिक प्रगति रिपोर्ट तैयार की जाएगी । उन्होंने पावर प्वाईंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मासिक प्रगति रिपोर्ट तैयार करने वाले राजभाषा नोडल कर्मचारियों तथा राजभाषा का कार्य देखने वाले कर्मचारियों को इस संबंध में जानकारी प्रदान की ताकि वे संशोधित मासिक प्रगति रिपोर्ट बिना किसी त्रुटि अथवा संदेह के भर कर राजभाषा विभाग प्रेषित कर सकें। कार्यशाला के दौरान कर्मचारियों को मासिक प्रगति रिपोर्ट का नया प्रोफार्मा प्रदान किया गया तथा उसे भरने में आने वाली कठनाईयों पर चर्चा की गई । इस कार्यशाला में कुल 25 कार्मिकों ने भाग लिया, जिनमें प्रधान कार्यालय के विभिन्न विभागों के राजभाषा नोडल कर्मचारियों सहित राजभाषा विभाग के कर्मचारी शामिल रहे । कार्यशाला का संचालन वरिष्ठ अनुवादक,पुषोत्तम कुमार गवेल ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन पीताम्बर लाल जाटवर, वरिष्ठ अनुवादक ने किया ।