ग्राम पंचायत रकरा मनरेगा योजना कर रही पूरी तरह से फर्जीवाड़ा

क्या ग्राम प्रधान की इतनी दबंगई, जो फर्जीवाड़ा करने वाली ग्राम पंचायत पर नहीं कर पा रहे हैं कार्यवाही
क्या सिक्कों की खनक के चलते नहीं कर रहे जिम्मेदार अफसर कार्यवाही
परिधि समाचार पर लगा रहा है रुपए मांगने का आरोप
यूट्यूबर निखिल नागर को प्रधान समझ बैठा अपना आका
बेवर/मैनपुरी-परिधि समाचार के द्वारा बीते 15 जुलाई के अंक में विकासखंड बेवर क्षेत्र की ग्राम पंचायत रकरा में मनरेगा योजना के तहत हो रहे भ्रष्टाचार के पर्दाफाश किया था। वहीं उक्त ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की जब पोल खोलते हुए पर्दाफाश किया गया तो ग्राम प्रधान पूरी तरह से बौखला गया और कुछ यूट्यूबरों के सामने परिधि समाचार पर हजारों की रकम मांगने का आरोप लगा डाला।

दरअसल उक्त ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत तीन कार्य योजनाओं पर 13 मस्टरोल के माध्यम से 119 मनरेगा मजदूरों की हाजिरी लगाई गई थी। जब परिधि समाचार के द्वारा मस्टररोलों को खोल कर देखा गया तो पुराने कार्यों पर लगाए गए फोटों में से फोटो खींच कर एक ही फोटो को कई अलग - अलग मस्टररोल पर अपलोड करते हुए ग्राम पंचायत पर तैनात मनरेगा मेठ शांति देवी ने फर्जी हाजिरी को कहते हुए बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा किया था। वहीं खबर लगाने के बाद ग्राम प्रधान अनीश बौखला गया और फिर अन्य फर्जी पत्रकारों के माध्यम से वीडियो बनवाकर रुपए मांगने का आरोप परिधि समाचार पर लगाने लगा।
ग्राम पंचायत रकरा मनरेगा योजना कर रही पूरी तरह से फर्जीवाड़ा

वहीं विकासखंड बेवर की ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत वर्तमान में जो भी विकास कार्य हो रहे हैं। उन विकास कार्यों में पूरी तरह से फर्जी हाजिरी लगा कर पूरी तरह से फर्जीवाड़ा कर रहा है। इस ग्राम पंचायत में हो रहे फर्जीवाड़े में जो परिधि समाचार के द्वारा अक्षय संकलित किए हैं। उन साक्ष्यों के आधार पर परिधि समाचार अपनी मुहर लगाते हुए फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करने की पुष्टि करता है।
क्या ग्राम प्रधान की इतनी दबंगई, जो फर्जीवाड़ा करने वाली ग्राम पंचायत पर नहीं कर पा रहे हैं कार्यवाही

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि बीते 15 जुलाई को उक्त ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत हो रहे फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। लेकिन इसके बाबजूद भी इस ग्राम पंचायत पर कोई भी कार्यवाही ना होने से जिम्मेदार अफसरों को शक के कठघरे में खड़ा करता है। वहीं जब खबर प्रकाशन के बाद इस ग्राम पंचायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो ग्राम प्रधान के हौसले इतने बुलंद हो गए कि वह निरंतर ही पूरी तरह से फर्जी हाजिरी लगवाकर बड़े स्तर पर फर्जीवाड़ा कर रहा है।
क्या सिक्कों की खनक के चलते नहीं कर रहे जिम्मेदार अफसर कार्यवाही
वहीं जब समाचार पत्र के द्वारा पूरे साक्ष्यों के साथ प्रमुखता से खबर का प्रकाशन किया गया हो और उस खबर के प्रकाशन के बाद भी फर्जीवाड़ा करने वाली ग्राम पंचायत पर कोई कार्यवाही ना होना अपने आप में एक बड़ा सवाल पैदा कर रहा है। वह सवाल यह है कि क्या इस ग्राम पंचायत पर जिम्मेदारों अफसरों के द्वारा सिक्कों की खनक के चलते कोई कार्यवाही नहीं की है या फिर कोई और वजह है।
परिधि समाचार पर लगा रहा है रुपए मांगने का आरोप
परिधि समाचार के द्वारा पूरे साक्ष्यों के साथ खबर को प्रकाशित किया गया तो ग्राम प्रधान पूरी तरह से बौखला गया और फिर परिधि समाचार के खबर प्रकाशन के दूसरे दिन फर्जी पत्रकारों का एक गैंग उक्त ग्राम पंचायत में पहुंचा और उस गैंग से ग्राम प्रधान ने वीडियो बनवाया। जिसमें ग्राम प्रधान साफ कहता हुआ नजर आ रहा है कि मुझसे परिधि समाचार के पत्रकार ने फोन कर रुपए मांगे।
मनरेगा योजना में हो रहे कार्यों की जानकारी के लिए परिधि समाचार ने प्रधान को किया था फोन
ग्राम प्रधान के द्वारा जो बताया जा रहा है कि परिधि समाचार के द्वारा फोन किया गया। यह बात सत्य है। लेकिन प्रधान के द्वारा परिधि समाचार पर जो रुपए मांगने का आरोप लगाया जा रहा है, वह आरोप पूरी तरह से असत्य है। क्योंकि परिधि समाचार के पास ग्राम प्रधान से फोन कॉल पर हुई वार्ता की पूरी की पूरी कॉल रिकॉर्डिंग है। शायद यह बात प्रधान के भेजे में नहीं गई होगी कि हमारी और परिधि समाचार के बीच जो बात हो रही है। उसकी रिकॉर्डिंग भी होरही है।
यूट्यूबर निखिल नागर को प्रधान समझ बैठा अपना आका
जैसे ही परिधि समाचार के द्वारा उक्त ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत जो रहे भ्रष्टाचार का भंडाफोड़ करते हुए खबर को प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया। उसके बाद यूट्यूबर तथाकथित फर्जी पत्रकार निखिल नागर अपने गैंग के सदस्यों के पास पहुंच गया। जहां उसने ग्राम प्रधान को अपनी बातों में बरगला किया। जिसके बाद तो मानों वह ग्राम प्रधान उन फर्जी पत्रकारों को अपना आका ही समझने लगा। फिर क्या प्रधान ने आव देखा ना ताव परिधि समाचार पर हजारों रुपए मांगने का आरोप लगा दिया।
एपीओ के रहमो करम से हो रहा है इस गांव में फर्जीवाड़ा
विश्वसनीय सूत्रों से परिधि समाचार को यह जानकारी मिली है कि ग्राम पंचायत रकरा में जो मनरेगा योजना के तहत फर्जीवाड़ा हो रहा है। यह सारा का सारा फर्जीवाड़ा अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा रसिका के रहमो करम के चलते हो रहा है। क्योंकि एपीओ का इस ग्राम पंचायत में प्रतिशत के हिसाब से कमीशन बंधा हुआ है। यही कारण है कि आपकी खबर के प्रकाशन के बाद भी इस ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार कम नहीं बल्कि और बढ़ कर हो रहा है।
क्या बोले खंड विकास अधिकारी

वहीं जब विकासखंड के सबसे जिम्मेदार अधिकारी खंड विकास अधिकारी अजय कुमार से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मामला संज्ञान में आया है। इस मामले की निष्पक्ष रूप से जांच कराकर आवश्यक कार्यवाही कराई जाएगी।<!--/data/user/0/com.samsung.android.app.notes/files/clipdata/clipdata_bodytext_250725_070950_777.sdocx-->