खाद की कालाबाजारी पर भड़कीं भारतीय किसान यूनियन भानु दिया ज्ञापन

*इस्लामनगर को रामनगर बनाने की मांग पर भाकियू भड़की, बोली, गांव की पहचान मिटाने की कोशिश*

भारतीय किसान यूनियन (भानु) द्वारा जिलाधिकारी पीलीभीत को दो महत्वपूर्ण ज्ञापन सौंपे गए। यूनियन ने चेतावनी दी कि अगर किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया और धार्मिक आधार पर गांवों की पहचान से छेड़छाड़ हुई, तो जिलेभर में जोरदार आंदोलन किया जाएगा।

खाद संकट और किसान उत्पीड़न के खिलाफ ज्ञापन

जिला अध्यक्ष भजनलाल कोधी और तहसील महामंत्री अमित दीक्षित ने ज्ञापन सौंपते हुए आरोप लगाया कि जिले में खाद की भारी किल्लत है और किसानों को ब्लैक में ऊंचे दाम पर खाद खरीदनी पड़ रही है।
यूनियन ने जिला कृषि अधिकारी नरेंद्र पाल पर गंभीर आरोप लगाए कि उन्होंने जिला पंचायत की बैठक में अभद्र भाषा का प्रयोग किया और सवाल पूछने वाले पंचायत सदस्यों तथा किसान नेताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज करवाए।

मुख्य मांगें:

खाद वितरण में गड़बड़ियों की उच्चस्तरीय जांच हो

दोषी अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया जाए

किसान नेताओं पर दर्ज झूठे मुकदमे तत्काल वापस हों

खाद वितरण की पारदर्शी और समयबद्ध प्रणाली लागू हो

खाद की ब्लैक मार्केटिंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो


इस्लामनगर का नाम बदलने की सिफारिश पर विरोध

दूसरे ज्ञापन में यूनियन ने ग्राम पंचायत नौगवां पकड़िया के मजरा इस्लामनगर का नाम बदलकर रामनगर करने की मांग का विरोध किया।
यूनियन का कहना है कि इस गांव में शत-प्रतिशत मुस्लिम आबादी है और वहां कोई हिंदू निवासी नहीं है। ऐसे में यह मांग सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली है।

यूनियन की स्पष्ट मांग:

गांव के नाम में कोई बदलाव न किया जाए

किसी भी धार्मिक या सांप्रदायिक दबाव में प्रशासन निर्णय न ले

संविधान और जनसंख्या की वास्तविकता के अनुसार निर्णय हो
इस ज्ञापन पर जिला अध्यक्ष भजनलाल कोधी, अल्पसंख्यक जिला अध्यक्ष निसार शाह, वरिष्ठ किसान नेता संचित दीक्षित समेत अन्य पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किए।
भारतीय किसान यूनियन (भानु) जिला इकाई ने दो टूक कहा है कि किसानों की आवाज़ को कुचला नहीं जाएगा, और अगर शासन-प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो जनांदोलन होगा।