अपने ही बुने जाल में बुरी तरह फंसते नजर आ रहे पूर्व ग्राम पंचायत सचिव

आलापुर (अंबेडकर नगर) // कहा गया है कि इंसान को एक झूठ को छुपाने के लिए सैकड़ों झूठ बोलना पड़ता है कुछ इसी तरह अपने ही बुने जाल में बुरी तरह फंसते नजर आ रहे हैं पूर्व ग्राम पंचायत सचिव खरुवांव कमलेश कुमार निषाद जो इस समय रामनगर ब्लाक में कार्यरत हैं। पूर्व मे नियुक्त ग्राम पंचायत सचिव की दबाव एवं दबंगई के आगे जब कलम नतमस्तक हुई तो फर्जी हस्ताक्षर और फर्जी बयान,फर्जी नोटिस जांच में शामिल कर अपने आप को बचाने में जुटे हुए हैं। मालूम हो मामला ग्राम पंचायत खरूवांव की केयर टेकर रीता निषाद का है जिसने मानदेय न मिलने की शिकायत 4/7/25 को मुख्य विकास अधिकारी से की है। केयर टेकर की शिकायत पर जांच में परत दर परत खुल रही है ग्राम पंचायत सचिव ने चयनित समूह को मानदेय भुगतान नहीं कर दबाव में आकर वर्ष 2024 में आनन फानन में दूसरे समूह को मानदेय भुगतान कर घोटाला कर दिया जबकि पूर्व से वर्ष 2020 से ही पूर्व प्रधान एवं स्वयं सचिव रहे कमलेश कुमार निषाद ने जिस समूह/केयर टेकर को नियुक्त किया था उसे वर्ष 2024 तक मानदेय निर्वाचित ग्राम प्रधान द्वारा चुनावी रंजिश के कारण हस्ताक्षर नहीं किए जाने से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया। रीता निषाद ने जिलाधिकारी को 3/12/23 को जनता दर्शन मे शिकायत पत्र दिया था जिसके क्रम में जिला पंचायत राज अधिकारी ने पत्रांक 4007 दिनाँक 19//1/24 से मानदेय क्यों नहीं दिया गया का स्पष्टीकरण ग्राम पंचायत सचिव से मांगी थी। जिससे बचने के लिए दबाव में आकर ग्राम पंचायत सचिव ने बैकडेट में फर्जी नोटिस जारी किया जो न तो समूह/ केयर टेकर को पता चला। अपनी जॉच आख्या स्पष्टीकरण मे ग्राम पंचायत सचिव ने समूह को नोटिस देने और रिसीव करने वाले का हस्ताक्षर युक्त कागज शामिल किया है लेकिन रीता निषाद द्वारा दुबारा की गई शिकायत की जांच में पाया गया कि समूह/ समूह की अध्यक्ष को आज तक कोई भी न तो नोटिस जारी किया गया है और न तो समूह के सामने लाया गया है न ही समूह की अध्यक्ष ने किसी कागज पर हस्ताक्षर किए हैं। इसी तरह कुछ अन्य लोगों का हस्ताक्षर युक्त कागज शामिल किया गया है जिनसे सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि केयर टेकर के मामले में कोई सूचना या किसी कागज पर हस्ताक्षर नहीं किया गया है तो फिर सचिव ने कैसे वह कागज अपने स्पष्टीकरण मे शामिल कर लिया। अपनी बात को सही साबित करने एवं बचने के लिए ब्लाक रामनगर छोड़कर 5/6 जुलाई को ब्लाक जहांगीरगंज में बैठकर दिनभर बैकडेट में फर्जी नोटिस,फर्जी बयान,फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उसे जांच में शामिल कर अब भी अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास पूर्व ग्राम पंचायत सचिव द्वारा किया जा रहा है। जबकि जांच में फर्जी तरीके से शामिल किए जा रहे धोखाधड़ी और जालसाजी का पूरी तरह भंडाफोड़ होता जा रहा है क्योंकि केयर टेकर की नियुक्ति वर्ष 2020 मे हुई थी। रीता मुख्य विकास अधिकारी के आदेश 19/ 10/ 23 के अनुपालन करने पर डटी रही तो फरवरी 2024 में उस समूह और केयर टेकर को हटाने की कार्यवाही मुख्य विकास अधिकारी के आदेश को ठेंगा दिखाते हुए मनमानी ढंग से कर दिया गया। सिर्फ दबंगई और दबाव में एक महिला का चुनावी रंजिश में उत्पीड़न किया जा रहा है जो चार साल से अधिक समय से अपनी ड्यूटी निभा रही हैं। 4/7/25 से उसे आनलाइन हाजिरी वाले ग्रुप से दबाव में संविदा कर्मचारी राघवेन्द्र यादव ने रिमूव कर दिया जबकि पूर्व प्रधान रामू निषाद जिनके घर के सामने सामुदायिक शौचालय बना हुआ है ने बताया कि केयर टेकर रीता निषाद जबसे नियुक्त है अब तक दोनों टाइम अपनी ड्यूटी निभा रही हैं ।