बलरामपुर जिले के एक आश्रम में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद कोरिया जिले के छात्रावासों में सुरक्षा के इंतजाम व मानसून में जीव-जंतुओं से बचाव के निर्देश जारी।

बैकुंठपुर। जिले के समस्त छात्रावासों और आश्रमों में निवासरत छात्र- छात्राओं की सुरक्षा को लेकर आदिवासी विकास विभाग ने गंभीरता दिखाई है। हाल ही में बलरामपुर जिले के एक आश्रम में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद, जिला प्रशासन द्वारा सभी अधीक्षकों को सतर्कता बरतने और छात्रावासों में आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं अपर कलेक्टर (आदिवासी विकास) कोरिया द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि मानसून के दौरान सांप, बिच्छू व अन्य जहरीले जीव-जंतुओं के आश्रम व छात्रावास परिसर में घुस आने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इसी पृष्ठभूमि में छात्र-छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु निम्न निर्देश जारी किए गए हैं। हर कमरे में समुचित रूप से जाली लगाना अनिवार्य किया गया है ताकि कोई जहरीला जीव प्रवेश न कर सके। बारिश के बाद कहीं भी पानी ठहरने न पाए इसके लिए जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए। छात्रावास व आश्रम परिसर के चारों ओर नियमित सफाई अनिवार्य रूप से की जाए। सभी संस्थानों में फर्स्ट एड किट की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए ताकि आपात स्थिति में तुरंत प्राथमिक उपचार उपलब्ध हो सके। नियमित अंतराल पर परिसर में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जाए। शयन कक्षों की नियमित सफाई व बिस्तरों की जांच को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। सभी कमरों और परिसर में पर्याप्त रोशनी रहे, साथ ही इमरजेंसी लाइट की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।

सभी अधीक्षकों को उपस्थिति अनिवार्य

जिला प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि सभी छात्रावास/आश्रम अधीक्षक/अधीक्षिकाएं नियमित रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज करें और इन निर्देशों का कड़ाई से पालन करें। किसी भी प्रकार की लापरवाही की स्थिति में अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है, जिसकी जिम्मेदारी संबंधित अधीक्षक की होगी।